टोयोटा फैक्ट्री में पाकिस्तान समर्थक भित्तिचित्र बनाने के आरोप में दो गिरफ्तार
रामनगर/शुभ लाभ ब्यूरो| रामनगर जिले के बिदादी कस्बे के पास टोयोटा बोशोकू ऑटोमोटिव इंडिया कंपनी की फैक्ट्री की दीवारों पर पाकिस्तान समर्थक भित्तिचित्र पाए जाने के मामले में पुलिस ने दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है| गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों की पहचान २४ वर्षीय हैमद हुसैन और २० वर्षीय सादिक के रूप में हुई है, जो फैक्ट्री में ठेका श्रमिक के रूप में कार्यरत थे और उत्तरी कर्नाटक के रहने वाले हैं|
हरे रंग से कन्नड़ में लिखे भित्तिचित्रों में पाकिस्तान के समर्थन में नारे और कर्नाटक के निवासियों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी की गई थी| यह घटना १६ मार्च को फैक्ट्री में पहली शिफ्ट के दौरान सामने आई, जिसमें तीन शिफ्टों में २,००० से अधिक कर्मचारी काम करते हैं| घटना की खबर फैलते ही हजारों कर्मचारी और कन्नड़ कार्यकर्ता सख्त कार्रवाई की मांग करते हुए फैक्ट्री के बाहर जमा हो गए| प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि पिछले साल भी इसी तरह के एक मामले को दबा दिया गया था और उन्होंने आरोपियों को तत्काल बर्खास्त करने और निर्वासित करने की मांग की| कंपनी ने इस कृत्य की निंदा करते हुए एक परिपत्र जारी किया, जिसमें चेतावनी दी गई कि इस तरह की कार्रवाई से राजद्रोह कानूनों के तहत कानूनी परिणाम हो सकते हैं| इसने कार्यस्थल पर सद्भाव के महत्व पर भी जोर दिया और आश्वासन दिया कि कानूनी कार्यवाही शुरू कर दी गई है| कंपनी के मानव संसाधन विभाग की शिकायत के बाद, बिदादी पुलिस ने एक प्राथमिकी दर्ज की और जांच शुरू की| हस्तलेख विश्लेषण, सीसीटीवी फुटेज और सैकड़ों कर्मचारियों से पूछताछ का उपयोग करते हुए, पुलिस ने दो संदिग्धों की पहचान की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया| हैमाद हुसैन और सादिक पर आईटी अधिनियम की धारा ६७ और बीएनएस अधिनियम की धारा १९३ और ३५६ के तहत मामला दर्ज किया गया है|
आगे की जांच चल रही है| यह मुद्दा कर्नाटक विधानसभा में भी उठाया गया, जहां विपक्ष के नेता आर अशोक ने मामले से निपटने के सरकार के तरीके की आलोचना की| अशोक ने आरोप लगाया टोयोटा कारखाने के अंदर चार अलग-अलग स्थानों पर पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लिखे गए थे| कंपनी ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, फिर भी कोई सख्त कार्रवाई नहीं की गई है| उन्होंने सरकार की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए कहा टोयोटा एक अंतरराष्ट्रीय कंपनी है जिसके हर जगह निगरानी कैमरे लगे हुए हैं| इसके बावजूद, अपराधी इस तरह की हरकत करने में सफल रहे| यह सरकार किन हितों की रक्षा कर रही है? पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस घटना के पीछे किसी और की संलिप्तता या मकसद का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच की जाएगी|