कर्नाटक में बिजली दरों में ३६ पैसे की बढ़ोतरी

-कांग्रेस ने बचाव किया, भाजपा ने विरोध जताया

कर्नाटक में बिजली दरों में ३६ पैसे की बढ़ोतरी

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| कर्नाटक विद्युत विनियामक आयोग (केईआरसी) ने बिजली दरों में ३६ पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी है, जिससे सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भाजपा के बीच एक बार फिर राजनीतिक जंग छिड़ गई है| भाजपा ने कांग्रेस सरकार की आलोचना करते हुए आरोप लगाया है कि वह लोगों पर महंगाई का बोझ डाल रही है और तुष्टीकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है| राज्य भाजपा अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र ने इस कदम की आलोचना करते हुए कहा जब से कांग्रेस सत्ता में आई है, तब से उन्होंने केवल कीमतों में बढ़ोतरी की है|
जवाब में, कांग्रेस नेताओं ने इस बढ़ोतरी का बचाव करते हुए कहा कि इसका असर बहुसंख्य आबादी पर नहीं पड़ेगा| चिकित्सा शिक्षा मंत्री शरण प्रकाश पाटिल ने जोर देकर कहा कि गृह ज्योति योजना के तहत ८५ प्रतिशत उपभोक्ताओं को मुफ्त बिजली मिलती है| उन्होंने भाजपा की आलोचना को निराधार बताते हुए कहा इसका बोझ मुख्य रूप से सरकार पर पड़ता है, लोगों पर नहीं| श्रम मंत्री संतोष लाड ने दोहराया कि स्वतंत्र नियामक संस्था केईआरसी मूल्य संशोधन के लिए जिम्मेदार थी| भाजपा लोगों को गुमराह कर रही है| इस बढ़ोतरी से मुफ्त बिजली का लाभ उठाने वालों पर कोई असर नहीं पड़ेगा| हालांकि, वरिष्ठ भाजपा विधायक अरविंद बेलाड ने इस दावे का खंडन करते हुए तर्क दिया कि टैरिफ में वृद्धि अत्यधिक है| उन्होंने कहा सरकार का कहना है कि बिजली आपूर्ति कंपनियों को घाटा हो रहा है, लेकिन प्रस्तावित बढ़ोतरी लगभग दोगुनी है| यह लोगों पर एक अनावश्यक बोझ है|

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