ऐसा लगता है कि सिद्धरामैया ने कीमतें बढ़ाने के लिए ही विशेषज्ञ समिति गठित की: विजयेंद्र
क्या आप राज्य में अंतर्राष्ट्रीय बाजार से दूध ला रहे हैं?
मांड्या/शुभ लाभ ब्यूरो| भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं विधायक बी.वाई. विजयेन्द्र ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राज्य की सिद्धरामैया सरकार ने ४८ आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में बढ़ोतरी की है| उन्होंने कहा कि सिद्धरामैया ने मूल्य वृद्धि से निपटने के लिए एक विशेषज्ञ समिति गठित की है|
भाजपा की जनाक्रोश यात्रा के दूसरे दिन यहां एक जनसभा में बोलते हुए उन्होंने अहंकारी मुख्यमंत्री सिद्धरामैया के इस बयान पर आपत्ति जताई कि पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार को थप्पड़ मारा जाना चाहिए| क्या जनविरोधी कांग्रेसियों को थप्पड़ मारना चाहिए? उन्होंने सवाल उठाया कि क्या केंद्र में तीसरी बार सत्ता में आए और गरीबों के लिए उज्ज्वला समेत अनेक जनहितैषी योजनाएं देने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की सरकार को थप्पड़ मारा जाना चाहिए|
उन्होंने कहा आम आदमी की कलम खींचने का काम अन्य राज्यों में किसी ने नहीं किया| इस सरकार के पास कोई दिशा नहीं है| पेट्रोल, पानी और डीजल की कीमतें बढ़ा दी गई हैं| वे कचरे पर भी कर लगा रहे हैं| दूध के दाम में वृद्धि कर दी गई है| उन्होंने कहा कि करों में वृद्धि की गई है| क्या सिद्धरामैया ४८ आवश्यक वस्तुओं की कीमतें बढ़ाकर जनता को तमाचा मार रहे हैं? आप ही बताइए कि क्या मोदी ऐसा कर रहे हैं? केंद्र सरकार ने भले ही पेट्रोल-डीजल पर टैक्स बढ़ा दिया है, लेकिन वह इसे लोगों पर नहीं थोप रही है| यह ध्यान देने योग्य बात है कि केन्द्रीय मंत्री ने कहा था कि कम्पनियां स्वयं लागत वहन करेंगी| पुलिस विभाग को पहली तारीख को वेतन मिलना था| लेकिन अभी तक नहीं दिया गया है| शिक्षकों को अभी भी वेतन नहीं दिया जा रहा है| सरकारी कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया गया है| उन्होंने कहा कि यह राज्य की वित्तीय स्थिति का सही आईना है|
मुख्यमंत्रियों और मंत्रियों ने गैस के बारे में बात की है| प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक शानदार योजना बनाई है, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि हमारे देश में झोपड़ियों में रहने वाले गरीब लोग भी एलपीजी गैस का उपयोग करें| अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में वृद्धि हुई है, जिससे पेट्रोल और डीजल की कीमत में २.५ रुपये प्रति लीटर की वृद्धि हो गई है| इसका बोझ आम लोगों पर नहीं डाला गया है| अगर राहुल गांधी जैसा पवित्र प्रधानमंत्री होता तो सिलेंडर की कीमत २५०० रुपये होती| अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमत में बढ़ोतरी के कारण केंद्र सरकार ने पेट्रोल, डीजल और सिलेंडर पर फैसला लिया है| मुख्यमंत्री ने खुद दूध के दाम बढ़ाए हैं, है न? क्या आप कचरे पर कर नहीं लगा रहे हैं? आपने पानी की कीमत बढ़ा दी, है न? क्या वे अंतरराष्ट्रीय बाजार से दूध ला रहे हैं|
उन्होंने कांग्रेस पार्टी की आलोचना करते हुए कहा कि वह मगरमच्छ के आंसू बहाकर और यह दावा करके सत्ता में आई थी कि हमारा पानी हमारा अधिकार है, लेकिन आपके वोट जीतकर वह अपने उस बयान को भूल गई है| कांग्रेस पार्टी जनहितैषी शासन देने का वादा करके सत्ता में आई थी| हालाँकि, उन्होंने शिकायत की कि कांग्रेसी यह सब भूल गए हैं| हमने सोचा था कि कांग्रेसी राज्य में राम राज्य बनाएंगे| वे विकास कार्य करेंगे और किसानों के आँसू पोछेंगे| हमने सोचा था कि दलितों, अनुसूचित जनजातियों और पिछड़े वर्गों को न्याय मिलेगा| हालाँकि, उन्होंने ऐसा कोई काम न करने के लिए उनकी आलोचना की| अहिंदा नाम का दावा करके वोट हासिल करने वाले मुख्यमंत्री बने सिद्धरामैया सभी पिछड़े समुदायों को भूल गए हैं| उन्होंने उन पर अल्पसंख्यकों और मुसलमानों के पक्ष में नारे लगाने तथा राज्य के सभी पिछड़े समुदायों को पूरी तरह से भूल जाने का आरोप लगाया|
उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जो जनता के हितों को भूल गई है| इस मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री डी.वी. सदानंद गौड़ा, विपक्ष के नेता आर. अशोक, विधान परिषद में विपक्ष के नेता चलवाडी नारायणस्वामी, पूर्व उपमुख्यमंत्री गोविंद करजोल, पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नलिन कुमार कतील और पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ. सी. एन. अश्वथ नारायण जैसे कई वरिष्ठ नेता और पार्टी नेता शामिल हुए|