सीएम सिद्धरामैया ने सोनिया गांधी और राहुल के खिलाफ ईडी के आरोपों को ’राजनीतिक प्रतिशोध’ बताया

सीएम सिद्धरामैया ने सोनिया गांधी और राहुल के खिलाफ ईडी के आरोपों को ’राजनीतिक प्रतिशोध’ बताया

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| राज्य के मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के आरोपों की कड़ी आलोचना की है और इसे भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा रची गई ‘प्रतिशोधी राजनीति’ का एक स्पष्ट कृत्य बताया है| यहां बुधवार को जारी एक मीडिया बयान में सिद्धरामैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों को हथियार बनाने का आरोप लगाया|

उन्होंने कहा सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ आरोप पत्र - दोनों कांग्रेस में बड़े नाम हैं और भाजपा उन्हें खतरा मानती है - मोदी-शाह की जोड़ी द्वारा राजनीतिक बदला लेने की अथक कोशिश का एक और उदाहरण है| मुख्यमंत्री ने जोर देकर कहा कि यह कदम दो व्यक्तियों को निशाना बनाने से कहीं आगे है| उन्होंने कहा यह सभी विपक्षी दलों और लोकतंत्र-प्रेमी नागरिकों के लिए एक स्पष्ट संदेश है| असहमति बर्दाश्त नहीं की जाएगी| लेकिन कांग्रेस पार्टी, जो हमेशा नफरत और अन्याय के खिलाफ मजबूती से खड़ी रही है, इस चुनौती का सामना सच्चाई के साथ करेगी| सत्ताधारी दल पर निशाना साधते हुए सिद्धरामैया ने आरोप लगाया कि ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों का राजनीतिक लाभ उठाने के लिए दुरुपयोग किया जा रहा है| उन्होंने नेशनल हेराल्ड मामले में लगाए गए आरोपों को ‘मनगढ़ंत’ और उत्पीड़न के सुनियोजित अभियान का हिस्सा बताया| उन्होंने आरोप लगाया, जांच की आड़ में हमारे वरिष्ठ नेताओं को लगातार परेशान करने वाली ईडी ने अब कोई वास्तविक सबूत नहीं मिलने पर निराधार आरोपपत्र दाखिल किया है| यह मानसिक प्रताड़ना के अलावा और कुछ नहीं है| जन-आंदोलन का आह्वान करते हुए सिद्धरामैया ने कांग्रेस के हर कार्यकर्ता से सड़कों पर उतरकर विरोध जताने का आग्रह किया और लोकतंत्र और संविधान को महत्व देने वाले सभी नागरिकों से एकजुटता से खड़े होने की अपील की|

मुख्यमंत्री की टिप्पणी का समर्थन करते हुए उपमुख्यमंत्री और केपीसीसी अध्यक्ष डी के शिवकुमार ने भी ईडी के कदम की निंदा की| उन्होंने कहा हम नेशनल हेराल्ड मामले में संपत्ति कुर्क करने और आरोपपत्र दाखिल करने का कड़ा विरोध करते हैं| यह सोनिया गांधी और राहुल गांधी को बदनाम करने के उद्देश्य से राजनीति से प्रेरित साजिश है| उन्होंने कहा कि नेशनल हेराल्ड की स्थापना पूर्व प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने की थी और इसे कई लोगों के समर्थन से चलाया गया था, न कि किसी निजी लाभ के लिए| शिवकुमार ने घोषणा की यह निराधार निशाना उस विरासत का अपमान है| हम जल्द ही इसके जवाब में सार्वजनिक विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे| उन्होंने कहा कि बढ़ती कीमतों के खिलाफ १७ अप्रैल को प्रदर्शन पहले ही तय किया जा चुका है, लेकिन पार्टी जल्द ही ईडी की कार्रवाई के खिलाफ एक अलग विरोध प्रदर्शन को अंतिम रूप देगी|

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