मणिपाल में क्यासनूर वन रोग से आठ वर्षीय बालक की मौत
शिवमोग्गा/शुभ लाभ ब्यूरो| तीर्थहल्ली तालुक के कोनंदूर के निकट एक गांव के आठ वर्षीय बालक की क्यासनूर वन रोग (केएफडी) के वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद मौत हो गई| लड़के और उसकी बड़ी बहन को तेज बुखार की शिकायत के बाद ४ अप्रैल को तीर्थहल्ली के जेसी अस्पताल में भर्ती कराया गया था|
अगले दिन रक्त परीक्षण में केएफडी संक्रमण का पता चला| दोनों को ६ अप्रैल को मणिपाल के केएमसी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया| लड़की तो ठीक हो गई, लेकिन बालक ने गुरुवार रात को वायरस के कारण दम तोड़ दिया|
शिवमोग्गा के जिला स्वास्थ्य अधिकारी नटराज ने बताया कि दोनों बच्चों को करीब १० दिन पहले मणिपाल ले जाया गया था| उनका इलाज चल रहा था| लड़की तो ठीक हो गई, लेकिन बालक ठीक नहीं हुआ| उन्होंने कहा मृत्यु के कारणों का पता लगाने के लिए मृत्यु लेखा परीक्षा की जाएगी| शिवमोग्गा के उपायुक्त गुरुदत्त हेगड़े ने स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अधिकारियों को मृत्यु पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है|
वायरल संक्रमण टिक के काटने से फैलता है| जंगल की सीमा से लगे इलाकों में रहने वाले लोग इस बीमारी के प्रति संवेदनशील होते हैं| जंगल के इलाकों में जाने वालों को संक्रमण से बचने के लिए टिक-विकर्षक तेल लगाने की सलाह दी जाती है| तेज बुखार, तेज सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द और उल्टी संक्रमण के सामान्य लक्षण हैं|