केबीजेएनएल के अधिकारियों ने बसवसागर जलाशय से नहरों में पानी छोड़ा
यादगीर/शुभ लाभ ब्यूरो| कृष्णा भाग्य जल निगम लिमिटेड (केबीजेएनएल) के अधिकारियों ने शुक्रवार की मध्यरात्रि से कर्नाटक के यादगीर जिले के हुंसगी तालुक के नारायणपुर में बसवसागर जलाशय से नारायणपुर दाएँ और बाएँ शाखा नहरों में पानी छोड़ना शुरू किया, जिसके बाद किसानों को कुछ राहत और उम्मीद मिली|
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि राज्य सरकार के निर्देशानुसार ४ अप्रैल की मध्यरात्रि को पानी छोड़ा गया| एक सूत्र ने बताया तीन दिनों में दोनों नहरों और रामपुर लिफ्ट सिंचाई नहर में कुल २.४० टीएमसीएफटी पानी (प्रत्येक दिन ०.८० टीएमसीएफटी) छोड़ा जाएगा| जब अधिकारियों ने २५ मार्च को पानी छोड़ना बंद कर दिया, तो किसानों, कन्नड़ समर्थक समूहों, दलित संगठनों और पूर्व विधायक नरसिंह नायक के नेतृत्व में भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया|
नायक ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामैया से मुलाकात कर पानी छोड़ने का अनुरोध किया| इसी दौरान मंत्री शरणबसप्पा दर्शनपुर और विधायक राजा वेणुगोपाल नाइक और चन्नारेड्डी पाटिल टुन्नूर ने इस मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री डी.के. डी.के. शिवकुमार से मुलाकात की| जब किसानों की अपेक्षा के अनुसार तत्काल कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो नायक ने कर्नाटक उच्च न्यायालय, कलबुर्गी पीठ में रिट याचिका दायर की और सरकार को ४ से ६ अप्रैल तक पानी छोड़ने का निर्देश दिलवाया| सरकार ने इस आदेश को खंडपीठ के समक्ष चुनौती दी, जिसने ४ अप्रैल को एकल पीठ द्वारा पारित आदेश पर ९ अप्रैल तक रोक लगा दी|
एक वीडियो रिलीज में दर्शनपुर ने बिना नाम लिए नायक की आलोचना की और कहा कि किसी ने गलत जानकारी के साथ उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है| इसलिए, सरकार को आदेश पर रोक लगाने की अपील के साथ उचित जानकारी प्रदान करनी पड़ी| उन्होंने कहा सरकार, मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री किसानों के साथ हैं| इसलिए किसानों को घबराना नहीं चाहिए और पानी का सही तरीके से इस्तेमाल करना चाहिए| इससे पहले नायक ने दावा किया था कि श्री दर्शनपुर और कांग्रेस के अन्य विधायक मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को पानी छोड़ने के लिए मनाने में विफल रहे हैं और किसानों द्वारा किसी भी कठोर कार्रवाई के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराने की धमकी दी थी|