वक्फ विधेयक से संपत्तियों के दुरुपयोग और अतिक्रमण पर लगेगी लगाम: प्रहलाद जोशी
हुब्बल्ली/शुभ लाभ ब्यूरो| केंद्रीय खाद्य, सार्वजनिक वितरण और उपभोक्ता मामलों के मंत्री प्रहलाद जोशी ने शनिवार को आरोप लगाया कि वक्फ संपत्तियों का व्यापक पक्षपात और दुरुपयोग हो रहा है, और कई संपत्तियों पर अतिक्रमण किया जा रहा है| जोशी ने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र सरकार ने व्यापक विचार-विमर्श के बाद वक्फ (संशोधन) विधेयक पेश किया है, जिसका उद्देश्य वक्फ प्रणाली में आवश्यक बदलाव लाना है|
उन्होंने जोर देकर कहा कि विधेयक मुस्लिम विरोधी नहीं है| उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) सरकार ने छह महीने की गहन चर्चा और संयुक्त संसदीय समिति के गठन के बाद यह सुनिश्चित किया था कि विधेयक संवैधानिक रूप से पेश किया जाए| जोशी ने संवाददाताओं से कहा केंद्र सरकार ने गहन विचार-विमर्श और वक्फ प्रणाली में आवश्यक बदलाव लाने के लिए वक्फ (संशोधन) विधेयक पेश किया है|
यह मुस्लिम विरोधी नहीं है| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने विधेयक को असंवैधानिक रूप से पेश नहीं किया है| यह संशोधन छह महीने के विस्तृत विचार-विमर्श और चर्चा के बाद ही पेश किया गया है, जिसमें संयुक्त संसदीय समिति का गठन भी शामिल है| जोशी ने विधेयक का विरोध करने के लिए कांग्रेस की आलोचना करते हुए दावा किया कि उनकी आपत्ति राजनीतिक परिणामों के डर से प्रेरित थी| सोनिया गांधी लोकतंत्र में विश्वास नहीं करती हैं| उनके ’राजकुमार’ राहुल गांधी ने पहले भी एक विधेयक को फाड़ दिया था| इस तरह का रवैया लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं के प्रति उनकी अवमानना को दर्शाता है| केंद्रीय मंत्री ने वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में कथित अनियमितताओं को भी उजागर किया| उन्होंने दावा किया कि देश के कई हिस्सों में हिंदुओं की संपत्तियों को गलत तरीके से वक्फ संपत्ति घोषित किया गया है और इसके विपरीत भी| जोशी ने कहा वक्फ बोर्ड पारदर्शिता या जवाबदेही के बिना काम कर रहा है| कई मुस्लिम घरों को गलत तरीके से वक्फ संपत्ति के रूप में चिह्नित किया गया है| इसी तरह, हिंदुओं की संपत्तियों को भी गलत तरीके से वर्गीकृत किया गया है|
उन्होंने पुराने हुब्बल्ली, विजयपुरा, हावेरी, धारवाड़ और अन्य क्षेत्रों में इस तरह के गलत वर्गीकरण के उदाहरण दिए, जहां किसानों की जमीनों को भी कथित तौर पर वक्फ संपत्ति घोषित किया गया था| जोशी ने कहा, पुराने हुब्बल्ली में कई मुस्लिम घरों को वक्फ संपत्ति के रूप में दिखाया गया है| विजयपुरा, हावेरी, धारवाड़ और अन्य जगहों पर किसानों की जमीन भी वक्फ संपत्ति के रूप में घोषित की गई है| इन सबकी सावधानीपूर्वक समीक्षा करने के बाद गरीबों की रक्षा और सामाजिक न्याय को बनाए रखने के लिए विधेयक लाया गया है| जोशी ने वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में पारदर्शिता के महत्व पर भी जोर दिया, खासकर कर्नाटक में, जहां वक्फ भूमि लगभग ५४,००० एकड़ में फैली हुई है|
उन्होंने बताया कि अगर इन जमीनों का प्रबंधन सही तरीके से किया जाए, जैसा कि सच्चर समिति की रिपोर्ट में सुझाया गया है, तो वे महत्वपूर्ण राजस्व उत्पन्न कर सकते हैं| जोशी ने सवाल किया अगर सच्चर समिति की रिपोर्ट के अनुसार इसका सही तरीके से प्रबंधन किया जाए, तो इससे १२,००० करोड़ रुपये का राजस्व उत्पन्न हो सकता है| वह राजस्व कहां है? उन्होंने वक्फ बोर्ड पर इन संपत्तियों के घोर दुरुपयोग का आरोप लगाया|
-दुरुपयोग की सीमा को दर्शाता है
हाल ही में एक भाजपा कार्यकर्ता की आत्महत्या के जवाब में जोशी ने कांग्रेस द्वारा सत्ता के कथित दुरुपयोग की निंदा की और दावा किया कि सोशल मीडिया पोस्ट पर एफआईआर दर्ज करना इस दुरुपयोग की सीमा को दर्शाता है| अगर सिर्फ सोशल मीडिया पोस्ट के लिए एफआईआर दर्ज की जा रही है, तो यह कांग्रेस द्वारा सत्ता के दुरुपयोग की हद को दर्शाता है| कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पहले भी हमारे खिलाफ चीजें पोस्ट की हैं - क्या हमने उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की?