प्रमोदा देवी वाडियार के दावे को खारिज करने का किया आग्रह
-किसानों ने अधिकारियों से चामराजनगर में भूमि पर
मैसूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| कर्नाटक प्रांत रायथा संघ (केपीआरएस) की मैसूरु जिला इकाई ने अधिकारियों से मैसूरु के पूर्व राजपरिवार की प्रमोदा देवी वाडियार द्वारा कर्नाटक के चामराजनगर जिले में सिद्दय्यानपुरा गांव सहित अनुमानित ५,००० एकड़ भूमि का खाता उनके नाम पर स्थानांतरित करने के लिए प्रस्तुत याचिका को खारिज करने का आग्रह किया है|
यहां जारी एक बयान में केपीआरएस ने कर्नाटक सरकार से इस मामले में किसानों के हितों की रक्षा करने का आग्रह किया| संघ के मैसूरु जिला अध्यक्ष चिक्कनने गौड़ा और महासचिव जगदीश सूर्या ने बताया कि ये कृषि भूमि किसानों के पास विरासत में मिलने से पहले लंबे समय से थी| केपीआरएस ने चामराजनगर के डिप्टी कमिश्नर और मैसूरु के क्षेत्रीय कमिश्नर से वाडियार के दावे को खारिज करने का आग्रह किया, जो ‘किसानों द्वारा कृषि भूमि पर शांतिपूर्ण कब्जे और भूमि सुधार अधिनियम के खिलाफ है|
संघ ने अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे संबंधित किसानों को खेती और स्वामित्व के अधिकार तुरंत हस्तांतरित करें, और किसी भी नागरिक विवाद में उनके अधिकारों की रक्षा के लिए तैयार रहें| चामराजनगर में अनुमानित ५,००० एकड़ भूमि पर पूर्ववर्ती राजपरिवार के दावे को पेश करते हुए वाडियार ने चामराजनगर की डिप्टी कमिश्नर शिल्पा नाग और अन्य अधिकारियों को खाता हस्तांतरित करने के लिए पत्र लिखा था, जिससे चामराजनगर तालुक के सिद्दय्यानपुरा के निवासियों में चिंता पैदा हो गई|
वाडियार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया, जहां उन्होंने सिद्दय्यानपुरा गांव के निवासियों को आश्वस्त किया कि भूमि पर उनके दावे को लेकर उन्हें चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है| वाडियार ने कहा कि यद्यपि ये भूमि मैसूरु के तत्कालीन शाही परिवार की संपत्ति का हिस्सा है, जो १९५१ में मैसूरु के तत्कालीन महाराजा और भारत सरकार के बीच हुए समझौते का हिस्सा है| उनका परिवार ऐसा कोई कदम नहीं उठाएगा, जिससे गांव के निवासियों को परेशानी हो|