कुमारस्वामी ने सीएम सिद्धरामैया को दी सीधे चुनौती, २ए लाभ वितरण पर उठाए सवाल
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| जाति जनगणना रिपोर्ट को लेकर राज्य भर में गुस्सा बढ़ता जा रहा है, वहीं केंद्रीय मंत्री एचडी कुमारस्वामी ने २ए श्रेणी के तहत लाभ वितरण के मुद्दे पर मुख्यमंत्री सिद्धरामैया को सीधी चुनौती दी है| इस मुद्दे पर जारी एक मीडिया बयान में उन्होंने पूछा कि सबसे पिछड़े २ए श्रेणी के तहत लाभ का बड़ा हिस्सा किसने खा लिया| सिद्धरामैया पर निशाना साधते हुए कुमारस्वामी ने कहा कि उन्होंने जाति जनगणना का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए किया है और मांग की कि वह सच बोलें|
उन्होंने सवाल किया सबसे पिछड़े २ए श्रेणी के तहत भोजन का बड़ा हिस्सा किसने खाया है? डेटा उनकी उंगलियों पर है| आप झूठ बोलकर बच नहीं सकते, है न? उन्होंने आगे कहा आप भी यह जानते हैं| २ए श्रेणी में १०१ जातियाँ हैं, और १५ प्रतिशत आरक्षण हिस्सा है| इसमें सबसे बड़ा हिस्सा किसने लिया है? और इस विनियोग में आपकी क्या भूमिका थी?
कुमारस्वामी ने बताया कि ग्रुप ए, बी, सी, डी नौकरियों में भर्ती, व्यावसायिक पाठ्यक्रमों में प्रवेश और अन्य सभी संबंधित लाभों पर पिछले १५-२० वर्षों का डेटा झूठ नहीं है| उन्होंने सवाल किया क्या यह सच नहीं है? मेडिकल, डेंटल, इंजीनियरिंग, डी.फार्मा, बी.फार्मा, कृषि आदि जैसे व्यावसायिक पाठ्यक्रमों का जिक्र करते हुए उन्होंने यह मुद्दा उठाया कि २ए के तहत १०१ जातियों में से प्रत्येक के कितने बच्चों ने प्रवेश प्राप्त किया है| इन सीटों और लाभों का सबसे बड़ा हिस्सा किसने प्राप्त किया?
उन्होंने कहा कि मल्लेश्वरम (सीईटी कार्यालय) में १८वें क्रॉस पर व्यापक डेटा उपलब्ध है, और सुझाव दिया कि इसकी समीक्षा की जा सकती है| वोक्कालिगा और वीरशैव लिंगायत पर उंगली उठाकर वे अपनी रोटी सेंकने की कोशिश कर रहे हैं| आप अच्छी तरह जानते हैं कि आपके हक का सबसे बड़ा हिस्सा किसने हड़प लिया है| फिर भी आप चुप हैं- क्यों? क्या आपके सामने लिंगायत और वोक्कालिगा को कोसने से आपका पेट भर जाएगा? क्या आपके बच्चों को न्याय मिलेगा? उन्होंने यह पूछकर निष्कर्ष निकाला, सबसे पिछड़े २ए श्रेणी के तहत सबसे ज्यादा भोजन किसने खाया है? अभी भी सच बोलिए| मैं आपकी प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा हूँ|