आरडीपीआर विश्वविद्यालय के चांसलर की नियुक्ति में देरी
-राज्यपाल ने सरकार पर साधा निशाना
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| राज्यपाल थावर चंद गहलोत ने राज्य ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति को लेकर सरकार पर निशाना साधा है और सीधे मुख्यमंत्री सिद्धरामैया को पत्र लिखकर अपनी नाराजगी जाहिर की है|
गदग ग्रामीण विकास विश्वविद्यालय के कुलपति की नियुक्ति का अधिकार राज्यपाल के बजाय मुख्यमंत्री को देने के लिए संशोधन विधेयक का मसौदा तैयार किया गया है| हालांकि, इस कानूनी संशोधन पर आपत्ति जताने वाले राज्यपाल ने स्पष्टीकरण मांगते हुए इसे वापस भेज दिया है और अभी तक अपनी सहमति नहीं दी है| इसलिए सरकार ने २५ मई २०२४ से खाली पड़े विश्वविद्यालय के कुलपति के पद पर नियुक्ति में रुचि नहीं दिखाई है|
इससे राज्यपाल नाराज हैं| उन्होंने बताया कि उन्होंने मंत्री प्रियंका खड़गे को कई बार पत्र लिखकर आरडीपीआर विश्वविद्यालय गदग के कुलपति की नियुक्ति के लिए आवेदन आमंत्रित करने को कहा है| इस नियुक्ति के लिए पहले एक सर्च कमेटी बनाई गई थी| हालांकि, उन्होंने बताया कि अभी तक कोई आवेदन आमंत्रित नहीं किया गया है| सर्च कमेटी का गठन कर दिया गया है| उन्होंने कहा कि पिछले कुलपति का कार्यकाल समाप्त होने से पहले ही अधिसूचना जारी कर दी गई थी, लेकिन राज्य सरकार द्वारा आवेदन नहीं मांगे जाने के कारण खोज समिति अभी भी अपना काम शुरू करने का इंतजार कर रही है| छात्रों, शोधकर्ताओं और विश्वविद्यालय के हित में, संबंधित विभागीय अधिकारियों को कुलपति की नियुक्ति की प्रक्रिया तुरंत शुरू करने का निर्देश दिया जाना चाहिए| यदि नहीं, तो मेरे लिए स्वयं ऐसी कार्रवाई करना आवश्यक हो सकता है| राज्य सरकार को ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होने देनी चाहिए|
विश्वविद्यालयों की प्रगति में अनावश्यक बाधाएं उत्पन्न न हों, इसका ध्यान रखा जाना चाहिए| मौजूदा कानून के अनुसार, संबंधित विभाग के अधिकारियों को कर्नाटक राज्य ग्रामीण विकास और पंचायत राज विश्वविद्यालय के कुलपति पद के लिए आवेदन आमंत्रित करने का निर्देश दें और पद को लंबे समय तक खाली न छोड़ें जिससे छात्रों पर असर पड़े| इस संबंध में एक महीने के भीतर निर्णायक कार्रवाई की जानी चाहिए, अन्यथा उन्हें खुद आवेदन आमंत्रित करने होंगे|