कांग्रेस का ड्रग्स हजम कर गई मोदी सरकार!
सुरंग में खो गया 900 मिलियन डॉलर की ड्रग्स बरामदगी का मामला
कोलंबियाई कार्टेल और दाऊद इब्राहिम की डी कंपनी से जुड़े हैं कौन?
शीर्ष नेताओं से जुड़े ड्रग्स-डीलर वीरेंद्र बसोया पर क्यों छाया है मौन!
ड्रग्स की अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी सत्ता की अंधेरी सुरंग में खो गई। भारतीय खुफिया एजेंसियों ने बड़ी मशक्कत से 900 मिलियन अमेरिकी डॉलर यानि 56 अरब भारतीय मुद्रा की कीमत की कोकीन और हाइड्रोपोनिक मारिजुआना युक्त ड्रग्स की विशाल खेप जब्त की थी। ड्रग्स की तस्करी में कांग्रेस नेता तुषार गोयल प्रत्यक्ष तौर पर और कांग्रेस के शीर्ष नेता परोक्ष तौर पर जुड़े पाए गए थे। ड्रग्स की वह खेप सीधे कोलंबियाई नार्को-कार्टेल के साथ-साथ एफबीआई के मोस्ट-वांटेड आतंकी डॉन दाऊद इब्राहिम और उसकी कुख्यात डी-कंपनी से जुड़ी हुई बताई गई थी। है। कांग्रेस नेता तुषार गोयल समेत कई लोग गिरफ्तार भी किए गए थे। लेकिन उसके बाद इतने बड़े मामले में गृह मंत्रालय ने क्या किया, इसकी हवा तक नहीं मिली। गृह मंत्रालय और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो से लेकर तमाम केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारी इस मसले पर कुछ भी बोलना नहीं चाहते। सब कहते हैं, ऊपर का मामला है। यह कितने ऊपर का मामला है, कितने ऊपर जाकर मामला सेट हो जाता है, यह भारत के लोगों को पता रहता है। शीर्ष स्तर के नेता सब एक दूसरे को बचाते हैं और सियासत के लिए एक दूसरे को कोस कर पब्लिक को मूर्ख बनाते हैं।
उल्लेखनीय है कि जब्त की गई दवाओं की खेप में 500 किलोग्राम कोकीन और 40 किलोग्राम हाइड्रोपोनिक मारिजुआना शामिल था। कोकीन की खेप दुबई के रास्ते भारत पहुंची थी और हाइड्रोपोनिक मारिजुआना थाईलैंड से आया था। इस मामले में कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस पार्टी ने उसके साथ किसी तरह के संबंध से इन्कार किया था। कांग्रेस पार्टी ने यह तो स्वीकार किया कि तुषार गोयल पार्टी में था, लेकिन कहा कि उसे बाद में पार्टी से निकाल दिया गया था। तुषार गोयल को पार्टी से क्यों निकाला गया, इस बारे में कांग्रेस ने कोई सफाई नहीं दी थी। तब भाजपा के नेता भी बात-बहादुरी के मैदान में कूद पड़े थे। कोई कुछ बोल रहा था, कोई कुछ। लेकिन जब ऊपर में मामला सेट हो गया तो भाजपा नेताओं ने चुप्पी साध ली। अब कोई कुछ भी नहीं बोल रहा।
ड्रग्स का यह अंतरराष्ट्रीय रैकेट दिल्ली के पॉश इलाके वसंत विहार से चल रहा था। भारत में रैकेट संचालित करने वाला तुषार गोयल कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ-साथ सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और हरियाणा इकाई के प्रमुख उदय भान सहित कई प्रमुख नेताओं के साथ जुड़ा था। बरामद की गई कोकीन दुबई से विभिन्न बंदरगाहों पर आई और सड़क मार्ग से दिल्ली लाई गई थी। हाइड्रोपोनिक मारिजुआना थाईलैंड के फुकेत से आया था। तुषार गोयल ने जांच एजेंसियों से बचने के लिए ट्रांजैक्शन क्रिप्टोकरेंसी में किया था। ड्रग्स तस्करी की आय का बड़ा हिस्सा बड़े लोगों तक पहुंचता था। इसी एवज में उसे राजनीतिक संरक्षण भी प्राप्त था। इसी बड़ी पहुंच में तुषार गोयल दुबई के एक व्यवसायी के साथ-साथ कुख्यात डी-कंपनी के साथ सीधे सम्पर्क में था।
सिंडिकेट का नेटवर्क कोलंबियाई ड्रग कार्टेल के साथ भी जुड़ा था। इसी कोलंबियन कार्टेल के बिग-बॉस की बेटी वेरोनिक कार्टेली उर्फ जुनीता के साथ-साथ स्पैनिश अभिनेत्री एवं शीर्ष स्तर की राजनीतिक-दलाल नथालिया रामोस नाम भी सामने आया था। दुर्भाग्य से, भारत की ओर से इस गंभीर मामले की जांच में संदिग्ध चुप्पी सधी है। देश के मीडिया संस्थान भी इस मामले की अनदेखी करने और इसे दबाने की कोशिश कर रहे हैं, क्योंकि इस बड़े पैमाने पर नार्को-रैकेट के पीछे राजनेताओं और व्यापारियों सहित बेहद शक्तिशाली लोग शामिल हैं। गिरफ्तार तुषार गोयल को हिरासत में वीवीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है और उससे ठीक से पूछताछ करने और उसके बॉस और इस कार्टेल के अन्य सदस्यों का नाम पता लगाने की कोई वास्तविक कोशिश नहीं की जा रही है।
इस मामले में पंजाब के अमृतसर हवाई अड्डे से जितेंद्र पाल सिंह उर्फ जस्सी को भी गिरफ्तार किया गया था, जो ब्रिटेन भागने की फिराक में था। इस गिरफ्तारी से ड्रग्स कार्टेल के अंतरराष्ट्रीय लिंक पुख्ता हुए थे। जस्सी पिछले 17 साल से ब्रिटेन में स्थायी निवासी के रूप में रह रहा था। उसके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया था। भारत पहुंचे ड्रग्स के विशाल कन्साइनमेंट का संचालन देखने के लिए ही वह भारत आया था। इसी ड्रग्स सिंडिकेट से जुड़े वीरेंद्र बसोया का भी नाम सामने आया था। बसोया दुबई में रहता है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसका मूवमेंट होता रहता है। बसोया के राजनेताओं और बड़े लोगों से सीधे लिंक हैं। महाराष्ट्र के पुणे की पुलिस ने दिल्ली में कई स्थानों से जो 3,000 करोड़ रुपए मूल्य की नशीली दवाएं जब्त की थीं, उसमें भी बसोया के लिंक सामने आए थे। बसोया ने अपने बेटे की शादी उत्तर प्रदेश के एक ताकतवर नेता (पूर्व विधायक) की बेटी से कराई थी। दिल्ली एयरपोर्ट के पास आलीशान फार्म हाउस में हुई इस शादी में तमाम बड़ी हस्तियां मौजूद थीं। बसोया को गिरफ्तार करने या दुबई से उसे भारत लाने के प्रयास के बारे में कभी सुना आपने? कभी नहीं। गृह मंत्रालय यह प्रयास कर ही नहीं रहा तो आप सुनेंगे कैसे...