एलओसी के बाद अब किश्तवाड़, डोडा और उधमपुर में सुरक्षा बढ़ाई गई
जम्मू, 12 अप्रैल (ब्यूरो)। घुसपैठ रोकने के लिए ड्रोन, चेहरे की पहचान करने वाली प्रणाली और वाहन स्कैनर जैसी जिन तकनीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है उसे अब आतंकवाद ग्रस्त जिलों में अपनाया जाने लगा है। अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना सुरक्षा बलों को देने का भी आग्रह किया है।
अधिकारियों ने यह भी बताया कि जम्मू कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के छत्रू वन क्षेत्र में चल रही मुठभेड़ के दौरान तीन आतंकवादी मारे गए और हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया गया। 5 सेक्टर असम राइफल्स मुख्यालय में एक संयुक्त प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए, 5 सेक्टर असम राइफल्स के कमांडर ब्रिगेडियर जेबीएस राठी और किश्तवाड़-डोडा-रामबन रेंज के उप महानिरीक्षक श्रीधर पाटिल ने कहा कि क्षेत्र में आतंकवादियों की मौजूदगी के बारे में खुफिया जानकारी मिलने के बाद 9 अप्रैल को अभियान शुरू हुआ था। ब्रिगेडियर राठी ने कहा कि भारतीय सेना की व्हाइट नाइट कोर और जम्मू कश्मीर पुलिस का संयुक्त अभियान कठिन भूभाग और मौसम की स्थिति के बावजूद जारी रहा। उन्होंने कहा कि तलाशी दलों ने 11 अप्रैल को एक आतंकवादी और 12 अप्रैल को दो और आतंकवादियों को मार गिराया।
उन्होंने कहा कि बरामद हथियारों में एक एके राइफल और एक एम4 राइफल के अलावा अन्य सामान शामिल हैं। उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकवादियों की पहचान की पुष्टि की जा रही है। डीआईजी श्रीधर पाटिल ने कहा कि क्षेत्र में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था है और तलाशी अभियान जारी है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की पूरी तरह से सफाई और इसमें शामिल कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए चरणबद्ध तरीके से अभियान चलाया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि चल रहा अभियान क्षेत्र में आतंकवादी गतिविधियों का मुकाबला करने की एक बड़ी रणनीति का हिस्सा है। डीआईजी ने कहा कि सुरक्षा बलों ने किश्तवाड़, डोडा और उधमपुर जिलों में निगरानी और क्षेत्र वर्चस्व बढ़ा दिया है। उन्होंने बताया कि आतंकियों के आवागमन का पता लगाने और घुसपैठ को रोकने के लिए ड्रोन, चेहरे की पहचान करने वाली प्रणाली और वाहन स्कैनर जैसी तकनीकों का इस्तेमाल अब आतंकवाद ग्रस्त इलाकों में भी किया जा रहा है। अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना सुरक्षा बलों को देने का भी आग्रह किया।