जाति जनगणना पर चर्चा के लिए विशेष सत्र बुलाया जाए: एन रविकुमार
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| विधान परिषद सदस्य एन. रविकुमार ने मांग की है कि जाति जनगणना के वैज्ञानिक और गैर-वैज्ञानिक पहलुओं पर खुली चर्चा होनी चाहिए| इसके लिए सरकार को एक सप्ताह के लिए विशेष सत्र बुलाना चाहिए|
उन्होंने शनिवार को शहर में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा इस जाति जनगणना को लेकर भाजपा नेताओं और कुछ समुदायों के नेताओं में असंतोष है| ऐसी शिकायतें भी हैं कि यह उचित नहीं है| इसलिए समीक्षा की अनुमति दी जानी चाहिए| उन्होंने कहा यह जाति जनगणना सर्वेक्षण २०१३-१४ में किया गया था| लाखों घरों में जाना संभव नहीं था|
मेरे घर कोई आया ही नहीं| ऐसे में इसे सही कैसे माना जा सकता है? छोटे समुदायों को पहले ही बहुत अन्याय सहना पड़ा है| अगर उन्हें आर्थिक और सामाजिक न्याय चाहिए तो सही रिपोर्ट की जरूरत है| उन्होंने कहा इस सरकार ने दूध के दाम तीन बार बढ़ाए हैं| तीनों बार दूध के दाम में ९ रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है| उनका कहना है कि इसमें से ४ रुपये किसानों को मिलेंगे| लेकिन किसानों को एक भी पैसा नहीं मिलेगा| बदले में दूध से बने उत्पाद, चाय, कॉफी और होटल के स्नैक्स के दाम भी बढ़ जाएंगे|