हज से पहले वीजा प्रतिबंध से श्रद्धालुओं में चिंता बढ़ी
सऊदी अरब के वीजा प्रतिबंध में मोदी से हस्तक्षेप का आग्रह
जम्मू, 14 अपैल (एजेंसियां)। नेशनल कॉन्फ्रेंस के संरक्षक और जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने भारत सहित 14 देशों के नागरिकों को अल्पकालिक वीजा जारी करने पर अस्थायी रूप से रोक लगाने के सऊदी अरब के हालिया फैसले पर गहरी चिंता व्यक्त की है। संवाददाताओं को संबोधित करते हुए फारूक अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कूटनीतिक स्तर पर हस्तक्षेप करने की अपील की। अब्दुल्ला ने कहा, मैं प्रधानमंत्री से सऊदी अरब के नेताओं से बात करने और उनसे हज यात्रियों के हमारे कोटे को कम न करने का आग्रह करने की अपील करता हूं। यहां नौकरियों का भी सवाल है।
वरिष्ठ नेता ने यह भी कहा कि वह जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला से प्रधानमंत्री को औपचारिक रूप से पत्र लिखने का आग्रह करेंगे, जिसमें भारतीय तीर्थयात्रियों और श्रमिकों के हितों की रक्षा करने की तत्काल आवश्यकता पर जोर दिया जाएगा। जानकारी के लिए सऊदी अरब ने नए अल्पकालिक वीजा पर अस्थायी निलंबन लागू किया है, जिसमें व्यावसायिक यात्रा वीजा (एकल और बहु प्रवेश), ई-पर्यटक वीजा और पारिवारिक यात्रा वीजा शामिल हैं। इस उपाय का उद्देश्य आगामी हज यात्रा से पहले यात्रा प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करना है। भारत के अलावा, निलंबन से प्रभावित अन्य देशों में पाकिस्तान, मिस्र, बांग्लादेश, यमन, ट्यूनीशिया, मोरक्को, जॉर्डन, नाइजीरिया, अल्जीरिया, इंडोनेशिया, इराक, सूडान और लीबिया शामिल हैं।
फारूक अब्दुल्ला ने जोर देकर कहा कि सऊदी के इस कदम से हजारों भारतीयों पर असर पड़ सकता है, जिनमें जम्मू कश्मीर के श्रद्धालु शामिल हैं जो तीर्थयात्रा करने की योजना बना रहे हैं और जो रोजगार या पारिवारिक यात्रा की तलाश में हैं, उन्होंने मामले को सुलझाने के लिए त्वरित राजनयिक जुड़ाव का आह्वान किया।