भाजपा को जनाक्रोश मार्च नहीं, माफी मार्च निकालना चाहिए: प्रियांक खड़गे
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री प्रियांक खड़गे ने पलटवार करते हुए कहा है कि भाजपा को जनाक्रोश यात्रा नहीं, बल्कि माफी यात्रा निकालनी चाहिए, क्योंकि जनाक्रोश का लक्ष्य भाजपा ही है|
अब भाजपा सार्वजनिक विरोध प्रदर्शन कहां करेगी? प्रधानमंत्री कार्यालय के सामने? केशव कृपा के सामने या जंतर-मंतर पर? रसोई गैस की कीमत में पुनः ५० रुपये की वृद्धि हुई है| टोल शुल्क में वृद्धि और ईंधन तेल की बढ़ी हुई दरों पर सवाल उठाने के लिए वे कहां खड़े हैं? पिछले दिनों जब केंद्र सरकार ने ईंधन के दाम बढ़ाए थे, तब भाजपा ने न केवल २ रुपए वाला अभियान चलाया था कि पेट्रोल का रेट १००० हो जाए तो भी बाइक बेच देंगे और मोदी को वोट देंगे, बल्कि भाजपा के एक विधायक ने यह भी कहा था कि जो लोग मूल्य वृद्धि के खिलाफ हैं, उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए|
क्या केंद्र सरकार का कर आतंकवाद, जिसके कारण भारत में ईंधन की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय बाजार में ईंधन की कीमतें काफी कम हो गई हैं, लोगों के सामने उचित ठहराया जाएगा? एक गैस सिलेंडर जिसकी कीमत लगभग ४०० रुपये हुआ करती थी| अब ९०० हो गई है|
क्या वे उस बात के लिए माफी मांगेंगे जो उन्होंने लोगों में उत्पन्न की है? उन्होंने कहा कि जनाक्रोश यात्रा पर निकले भाजपा नेता अब सोच रहे हैं कि गैस सिलेंडर की कीमतों में बढ़ोतरी का समर्थन करें या यात्रा छोड़ दें| उन्होंने कहा कि यदि मोदी कीमतें बढ़ाते हैं, तो यह कुछ नहीं, लेकिन यह एक बड़ा अपराध होगा यदि मोदी की बेकार नीतियों के कारण अन्य लोग कीमतें बढ़ाने के लिए मजबूर हो जाएं| जनता भाजपा की दोहरी मानसिकता को बर्दाश्त नहीं करेगी|