संभल की शाही मस्जिद अब जुमा मस्जिद कही जाएगी
संभल, 08 अप्रैल (एजेंसियां)। संभल के विवादित जामा मस्जिद का नाम बदलकर जुमा मस्जिद कर दिया गया है। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा वहां बोर्ड भी लगाया जाएगा। एएसआई ने बताया है कि ऐतिहासिक स्थल अब शाही जामा मस्जिद नहीं बल्कि जुमा मस्जिद के नाम से जाना जाएगा। इसके लिए जल्दी ही बोर्ड भी लगेगा। इस विवादित ढांचे का मामले इलाहाबाद हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। कुछ दिन पहले ही हाईकोर्ट ने इसकी रंगाई-पुताई का आदेश दिया था। जिसके बाद मस्जिद कमेटी ने मस्जिद की बाहरी दीवारों पर रंगाई कराई थी।
एएसआई ने इस मस्जिद के संरक्षित स्मारक की पहचान स्पष्ट करने के लिए फैसला किया है। इसके लिए नीले रंग का नया बोर्ड बनकर तैयार भी हो चुका है। जानकारी के अनुसार जल्दी ही एएसआई की टीम विवादित स्थल के बाहर ये बोर्ड लगवा देगी। वहीं एएसआई द्वारा लगाए जा रहे इस बोर्ड के पीछे वजह ये है कि अब इस सम्पत्ति की पहचान हो गई है। नीले रंग के बोर्ड से न केवल औपचारिक पहचान होती है बल्कि आम जनता को भी स्पष्ट संदेश है कि यह इमारत एएसआई के अधीन संरक्षित स्मारक है। अब ऐसे में इस विवादित स्थल की पूरी निगरानी भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा किया जाएगा।
विवादित स्थल के नाम बदलने वाला बोर्ड पुलिस चौकी में रखा गया है। ये वहीं पुलिस चौकी है जो मस्जिद के पास ही बनाई जा रही है। इस बोर्ड में जामा मस्जिद की जगह जुमा मस्जिद बताया गया है। इसके साथ ही इस बोर्ड पर भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संरक्षित स्मारक, जुमा मस्जिद, संभल। यानी एएसआई भी लिखा हुआ है। संभल विवादित स्थल का मामला तब सामने आया जब बीते साल 19 नवंबर 2024 को हिंदू पक्ष द्वारा संभल के चंदौसी कोर्ट में इस बात का दावा किया गया था कि संभल स्थित शाही जामा मस्जिद दरअसल श्री हरिहर मंदिर है। जिसके बाद मामला बढ़ना शुरू हुआ। मस्जिद का सर्वे होने के दौरान माहौल तनावपूर्ण होता चला गया। धीरे-धीरे मामला बढ़ता चला गया और भारी भीड़ ने पथराव और फायरिंग शुरू की। इसी हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दर्जनों गाड़ियां फूंक दी गई।