बीके हरिप्रसाद ने मुसलमानों के लिए ४ प्रतिशत आरक्षण का किया बचाव

बीके हरिप्रसाद ने मुसलमानों के लिए ४ प्रतिशत आरक्षण का किया बचाव

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| वरिष्ठ कांग्रेस नेता बी.के.हरिप्रसाद ने कहा कि  मुसलमान कोई धर्म नहीं है, वे इस्लाम का पालन करते हैं| वे भी हिंदुओं की तरह हैं| दिल्ली में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने मुसलमानों के लिए ४ प्रतिशत आरक्षण का बचाव किया| १९९७ से कर्नाटक ने पिछड़ी जातियों की पहचान के लिए ४ आयोग गठित किए हैं|

अवनूर आयोग और चिन्नप्पा रेड्डी आयोग सहित कई आयोगों ने यह माना है कि मुस्लिम समुदाय सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ा हुआ है| कोई भी संविधान को बदल नहीं सकता| सरकारी ठेकों में मुसलमानों को ४ प्रतिशत आरक्षण प्रदान करना संविधान के दायरे में है| संविधान के अनुच्छेद १४, १५ और १६(ए) धर्म, भाषा और रंग के आधार पर भेदभाव पर रोक लगाते हैं| सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े लोगों के विकास के लिए योजनाएं बनाना सरकार का कर्तव्य है|

अतीत में कई आयोग मुस्लिम रहे हैं| उन्होंने राज्य सरकार द्वारा आरक्षण सुविधा के प्रावधान का बचाव किया, क्योंकि इस समुदाय को पिछड़ा वर्ग माना जाता है| मुसलमान हिन्दुओं जैसे हैं| उन्होंने कहा कि उन्हें अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ा वर्ग के रूप में माना जाना चाहिए| संविधान में संशोधन करने की शक्ति केन्द्र सरकार के पास है| मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने कहा है कि वह हनीट्रैप मामले की पूरी जांच कराएंगे| उन्होंने कहा कि पहले जांच तो हो जाने दीजिए|

Tags: