पहलगाम में आतंकी हमले में केंद्र ने सुरक्षा चूक की बात स्वीकार की: खड़गे
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को कहा कि केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और पर्यटकों की हत्या में सुरक्षा चूक की बात स्वीकार की है|
बेंगलूरु में एक समारोह में बोलते हुए खड़गे ने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने २४ अप्रैल को आयोजित सर्वदलीय बैठक के दौरान स्वीकार किया था कि हमले का कारण सुरक्षा चूक थी| उन्होंने कहा कि तीन-चरणीय सुरक्षा व्यवस्था होने के बावजूद, केंद्र जम्मू-कश्मीर आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सक्षम नहीं है| हालांकि, कांग्रेस ने राष्ट्र के हित में केंद्र का समर्थन करने का फैसला किया है और पार्टी ने सरकार के फैसले का समर्थन किया है| कांग्रेस नेता ने कहा कि कांग्रेस आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार के साथ समन्वय और सहयोग के लिए प्रतिबद्ध है| खड़गे, जो राज्यसभा में विपक्ष के नेता भी हैं, ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सर्वदलीय बैठक में शामिल न होने पर आपत्ति जताई और कहा कि मोदी का बैठक से दूर रहना ठीक नहीं है|
बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की| खड़गे ने कहा हमें उम्मीद थी कि मोदी बैठक की अध्यक्षता करेंगे और आतंकवाद की चुनौती से निपटने के लिए सभी राजनीतिक दलों के साथ चर्चा करेंगे| लेकिन मोदी बिहार गए और वहां चुनावी भाषण दिया| चुनावी भाषण देने के बजाय प्रधानमंत्री को सर्वदलीय बैठक में शामिल होना चाहिए था| खड़गे ने कहा मोदी को नेताओं को घटना के बारे में जानकारी देनी चाहिए थी और आतंकी हमले के कारणों के बारे में बताना चाहिए था| विपक्ष कारणों को जानने के लिए उत्सुक था - चाहे वह सुरक्षा चूक हो, खुफिया विफलता हो, सूचना की चूक हो या पुलिस की चूक हो| खड़गे ने कहा कि आतंकवादियों द्वारा पर्यटकों का धर्म पूछे जाने पर उनकी हत्या कर दी गई| उन्होंने कहा कि कर्नाटक में बहुत से नेता जाति और धर्म के आधार पर बोलते हैं| शैक्षणिक संस्थानों को किसी भी जाति या धर्म का प्रचार नहीं करना चाहिए और छात्रों को भी जाति और धर्म आधारित बातचीत से बचना चाहिए|