कावेरी आरती का खाका एक सप्ताह में तैयार हो जाएगा: शिवकुमार
मांड्या/शुभ लाभ ब्यूरो| कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने कहा कि कावेरी आरती कार्यक्रम का खाका एक सप्ताह के भीतर तैयार हो जाएगा, जिसे इस दशहरा से शुरू करने की योजना है| कावेरी आरती पर निर्वाचित प्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा हमने तौर-तरीकों पर काम करने के लिए मंत्री चालुवरया स्वामी के नेतृत्व में एक समिति बनाई है| यह समिति अगले ८-१० दिनों में खाका तैयार करेगी| हमने अपने नेताओं और अधिकारियों के साथ आरती की व्यापक रूपरेखा पर चर्चा की है|
समिति में चेस्कॉम, पर्यटन विभाग, मुजराई विभाग, दो डीसी, दो स्थानीय विधायक, एमएलसी, जिला पंचायत सीईओ और बीडब्ल्यूएसएसबी सदस्य शामिल हैं| सिंचाई विभाग के अधिकारी आवश्यक बुनियादी ढांचा तैयार करेंगे| कावेरी आरती (पूजा) जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए कर्नाटक सरकार के प्रयासों का हिस्सा है| अभी तारीखों की घोषणा नहीं की गई है| राज्य सरकार ने कावेरी आरती के लिए ९२ करोड़ रुपये आवंटित करने का फैसला किया है, जिसमें अन्य विभागों का भी योगदान होगा| उन्होंने कहा हम करीब १०,००० लोगों के बैठने की व्यवस्था कर रहे हैं| समिति तय करेगी कि आरती कितने दिनों तक होगी|
विभिन्न विभागों ने अपनी-अपनी गतिविधियों पर रिपोर्ट प्रस्तुत की है, और हम उन्हें अंतिम योजना में शामिल करेंगे| सरकार ने केआरएस (कृष्ण राजा सागर बांध) पर वृंदावन गार्डन को अपग्रेड करने के लिए पहले ही निविदाएं आमंत्रित की हैं| उन्होंने कहा हमने चार पंचायतों के साथ एक योजना प्राधिकरण बनाने का भी फैसला किया है| इससे उनके कामकाज पर कोई असर नहीं पड़ेगा| प्राधिकरण केवल योजना बनाने पर ध्यान केंद्रित करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि परियोजना से होने वाली आय इन पंचायतों को लाभ पहुंचाए| शिवकुमार ने कहा कि वृंदावन गार्डन को विकसित करने के लिए सात फर्म आगे आई हैं, और चर्चा चल रही है| उन्होंने कहा हमने बोली लगाने वालों के लिए स्थानीय रोजगार को प्राथमिकता देने की शर्त रखी है| कावेरी आरती कार्यक्रम कब शुरू होगा, इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा मैं इसे इस दशहरा पर शुरू करने के लिए उत्सुक हूं और हमने इसका खाका तैयार करने के लिए एक समिति बनाई है| देखते हैं कि समिति कितनी जल्दी अपनी योजनाएँ प्रस्तुत करती है|
आरती के स्थान के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा हमने संभावित स्थलों का निरीक्षण किया है और तकनीकी समिति से परामर्श किया है| स्थान पानी के करीब होना चाहिए, जिसमें पार्किंग, बैठने और कलाकारों के लिए पर्याप्त जगह हो| नौका विहार भी शामिल होगा| समिति निर्णय लेगी| जब उनसे पूछा गया कि क्या कार्यक्रम के लिए प्रवेश टिकट होंगे, तो उन्होंने कहा भुगतान और निःशुल्क दोनों तरह के प्रवेश विकल्प होंगे| हम गरीब लोगों को प्रवेश से वंचित नहीं कर सकते और जनता के लिए प्रार्थना करने का विकल्प होगा| आरती से केआरएस बांध को नुकसान पहुंचने के आरोपों पर उन्होंने कहा हम इसका विरोध करने वाले संगठनों के साथ इस पर चर्चा करेंगे|