भाजपा विधायक ने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों पर उनका फोन टैप करने का लगाया आरोप
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| भाजपा विधायक शिवराज पाटिल ने गंभीर आरोप लगाया है कि उनके फोन को टैप किया जा रहा है और उनके राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के इशारे पर पुलिस विभाग के माध्यम से उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है| इस दावे ने विवाद को जन्म दिया है, जिसके कारण संभावित अवैध निगरानी की जांच की मांग की जा रही है|
इस आरोप का जवाब देते हुए गृह मंत्री जी परमेश्वर ने वादा किया कि इस तरह की अवैध गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी| यह मामला सबसे पहले तब प्रकाश में आया जब विधायक पाटिल और रायचूर के पुलिस अधीक्षक (एसपी) एम. पुट्टमदैया के बीच बातचीत का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ| वीडियो में विधायक पाटिल एसपी पुट्टमदैया से कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि उनके फोन को कम से कम ७० बार टैप किया गया है और अधिकारी उनकी गतिविधियों पर नजर रख रहे हैं| वे पुलिस के पास जाते हैं और सभी नियमों का उल्लंघन करते हुए मेरा फोन टैप करवा रहे हैं|
राज्य में यही स्थिति है| अगर मेरी यह दुर्दशा है, तो आम लोगों की स्थिति की कल्पना करें| सूत्रों ने संकेत दिया कि यह वीडियो १ अप्रैल को रायचूर में रात भर चले विरोध प्रदर्शन के बाद विधायक पाटिल और एसपी पुट्टमदैया के बीच बातचीत के दौरान रिकॉर्ड किया गया था| यह विरोध प्रदर्शन एक व्यक्ति की मौत के विरोध में आयोजित किया गया था, जिसकी कथित तौर पर पुलिस की यातना के कारण मौत हो गई थी| पाटिल के आरोपों के जवाब में गृह मंत्री परमेश्वर ने कहा कि वह जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी), क्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) और पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से जानकारी एकत्र करेंगे| परमेश्वर ने कहा मैं एसपी और आईजीपी से बात करूंगा| अगर ऐसी कोई घटना हुई है, तो हम जांच करेंगे कि ऐसा क्यों हुआ, किन परिस्थितियों में हुआ और किसने इसकी अनुमति दी|