निर्दोष पर्यटकों के हत्यारों को सख्त सजा दे भारत

 पाकिस्तान की करतूत पर अफगानिस्तान नाराज

 निर्दोष पर्यटकों के हत्यारों को सख्त सजा दे भारत

तालिबान हुकूमत ने जताया भारत के प्रति समर्थन

काबुल/नई दिल्ली, 26 अप्रैल (एजेंसियां)। कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए तालिबान ने भारत के प्रति अपना समर्थन जताया है। अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज तालिबान के बड़े नेता सुहैल शाहीन ने पहलगाम हमले पर अपने बयान में पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए कहा कि इस घटना के दोषियों को न्याय के कटघरे में लाकर उन्हें सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए। पहलगाम में पर्यटकों को निशाना बनाते हुए 22 अप्रैल को किए गए आतंकी हमले में 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक मारे गए। इस हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को काफी ज्यादा बढ़ा दिया है।

तालिबान के दोहा स्थित राजनीतिक कार्यालय के प्रमुख और कतर के लिए अफगानिस्तान के नामित राजदूत सुहैल शाहीन ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है। सुहैल ने कहा कि इस घटना की व्यापक जांच होनी चाहिए ताकि असली दोषियों को खोजकर उन्हें न्याय के कटघरे में लाया जा सके। अफगानिस्तान की तालिबान सरकार के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बल्खी ने भी पहलगाम हमले पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि इस तरह की घटनाएं क्षेत्रीय सुरक्षा और स्थिरता के प्रयासों को कमजोर करती हैं। ऐसे में जरूरी है कि इसके दोषियों को सजा मिले ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। तालिबान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बल्खी ने भी दोषियों को सजा देने पर जोर दिया। तालिबान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल कहर बल्खी ने इस हमले को क्षेत्रीय शांति के लिए हानिकारक बताया और दोषियों को सजा देने की आवश्यकता पर जोर दिया है। तालिबान का पहलगाम हमले पर बयान और भारत के प्रति समर्थन अहम है क्योंकि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच संबंध बीते कुछ दिनों से अच्छे नहीं हैं।

अफगानिस्तान की तालिबान सरकार द्वारा पहलगाम जेहादी हमले को लेकर पाकिस्तान की बखिया उधेड़ने और भारत का समर्थन करने को लेकर दुनियाभर के कूटनीतिक विशेषज्ञ आश्चर्यचकित हैं। कट्टर इस्लामवादी तालिबान जिन्ना के देश पर बिफरे हुए हैं और दोषी जेहादियों को सबक सिखाने का आह्वान कर रहे हैं। तालिबान और पाकिस्तान के संबंध कितने तल्ख हो चुके हैं, इस प्रतिक्रिया से साफ पता चलता है। तालिबान के इस रुख का क्षेत्र की राजनीति और सुरक्षा वातावरण पर गहरा प्रभाव पड़ सकता है।

भारत ने इस हमले के लिए साफ तौर पर पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया हैक्योंकि टीआरएफ का संबंध पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठनों से है। हालांकिपाकिस्तान ने इन आरोपों को खारिज किया है। इस घटना के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव स्वाभाविक तौर पर बढ़ गया है। भारत ने सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया और पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने का आदेश दिया है। पाकिस्तान ने इसके जवाब में शिमला समझौता रद्द करने की धमकी दी है।

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