भाजपा अपने पार्टी कार्यकर्ता की मौत पर राजनीति कर रही: सीएम सिद्धरामैया

भाजपा अपने पार्टी कार्यकर्ता की मौत पर राजनीति कर रही: सीएम सिद्धरामैया

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| भाजपा कार्यकर्ता की आत्महत्या को लेकर उठे विवाद ने गरमागरम राजनीतिक बहस को जन्म दे दिया है| कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर इस दुखद घटना का राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप लगाया है| बेंगलूरु में विधान सौधा में मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने भाजपा के विरोध प्रदर्शन पर टिप्पणी की, जिसमें आत्महत्या से संबंधित एफआईआर में दो कांग्रेस विधायकों के नाम शामिल करने की मांग की गई थी|

उन्होंने कहा भाजपा अपने पार्टी कार्यकर्ता की मौत पर राजनीति कर रही है| पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और मामले की जांच कर रही है| मैं इस मामले के बारे में ज्यादा कुछ नहीं बोलूंगा| जांच पूरी होने के बाद, दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी| उपमुख्यमंत्री डी के शिवकुमार ने भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रिया दी और भाजपा की कार्रवाई को बड़ी राजनीतिक साजिश बताया| उन्होंने भाजपा के दृष्टिकोण की आलोचना की, जिसके बारे में उन्होंने दावा किया कि वह न्याय पर केंद्रित नहीं है, बल्कि राजनीतिक तनाव को बढ़ावा दे रही है| स्थिति पर प्रतिक्रिया देते हुए, बड़े और मध्यम उद्योग मंत्री, एमबी पाटिल ने कहा बीजेपी ने पहले के दो या तीन मामलों में इसी तरह की प्रतिक्रिया दी है| उन्होंने डिप्टी एसपी आत्महत्या मामले में मंत्री के जे जॉर्ज को भी बिना किसी कारण के निशाना बनाया था, और बाद में उन्हें क्लीन चिट दे दी गई थी| यह उनका ट्रैक रिकॉर्ड है| पाटिल की टिप्पणियों ने पिछली घटनाओं की ओर ध्यान आकर्षित किया, जहां बीजेपी ने बिना सबूत के इसी तरह के आरोप लगाए थे|

बिजली मंत्री के जे जॉर्ज ने भी बीजेपी के विरोध पर टिप्पणी करते हुए कहा बीजेपी अब किस बड़े विरोध की योजना बना रही है? डिप्टी एसपी गणपति आत्महत्या मामले में, उन्होंने मेरे खिलाफ आरोप लगाए, लेकिन सीआईडी, सीबीआई और सुप्रीम कोर्ट ने उन आरोपों को खारिज कर दिया| जॉर्ज ने बीजेपी कार्यकर्ता के परिवार के प्रति सहानुभूति व्यक्त की, लेकिन इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए पार्टी की आलोचना की| उन्होंने कहा हम भाजपा कार्यकर्ता की मौत से दुखी हैं और उनके परिवार के साथ खड़े हैं| लेकिन भाजपा इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर रही है, जैसा कि उन्होंने उप पुलिस अधीक्षक गणपति आत्महत्या मामले, मुडा मामले और आईएएस अधिकारी डी.के. रवि की आत्महत्या के मामले में किया था| जॉर्ज ने इस बात पर भी जोर दिया कि एफआईआर दर्ज करना और आरोपियों का नाम बताना पुलिस के विवेक पर निर्भर है, उन्होंने दोहराया कि जांच अधिकारियों पर छोड़ दी जानी चाहिए| सोमैया की मौत की जांच जारी है, पुलिस सुसाइड नोट में किए गए दावों की पुष्टि करने में जुटी है|

यह विवाद कर्नाटक में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी और विपक्षी भाजपा के बीच चल रहे राजनीतिक तनाव को उजागर करता है, जिसमें दोनों पक्ष एक-दूसरे पर इस घटना का राजनीतिक लाभ उठाने का आरोप लगा रहे हैं|

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