कर्नाटक में फर्जी मार्क्स कार्ड रैकेट का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार

कर्नाटक में फर्जी मार्क्स कार्ड रैकेट का भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| एक गुप्त सूचना के बाद, केंद्रीय अपराध शाखा की आर्थिक अपराध शाखा ने फर्जी एसएसएलसी और पीयूसी मार्क्स कार्ड रैकेट का भंडाफोड़ किया| उन्होंने फर्जी मार्क्स कार्ड बेचने के लिए कर्नाटक के तीन जिलों में सक्रिय तीन लोगों के एक गिरोह को गिरफ्तार किया|

आरोपी धारवाड़ के ४१ वर्षीय प्रशांत गुडुमी, बेंगलूरु के बनशंकरी के ३६ वर्षीय मौनीश के.जे. और गदग के ४१ वर्षीय राजशेखर एच. हैं| प्रत्येक मार्क्स कार्ड के लिए ५,००० से २०,००० के बीच चार्ज कर रहे थे|

पुलिस के अनुसार, आरोपियों ने ’कर्नाटक स्टेट मिडिल एंड हायर एजुकेशनल बोर्ड’ नाम से एक शिक्षा अकादमी पंजीकृत की थी| भले ही कंपनी के पास राज्य शिक्षा बोर्ड से कोई मंजूरी नहीं थी, लेकिन आरोपियों ने दावा किया कि उनकी शिक्षा प्रणाली राज्य शिक्षा प्रणाली के बराबर है| प्रशांत और मौनीश एमबीए स्नातक हैं और राजशेखर ने बीए पूरा किया है| पुलिस ने बताया कि वे धारवाड़, बेलगावी, गदग और बेंगलूरु से मार्क्स कार्ड बेचकर अपना रैकेट चला रहे थे|

पुलिस को संदेह है कि आरोपियों ने ३५० से ज्यादा नकली मार्क्स कार्ड छापे और वितरित किए थे, जिनका इस्तेमाल करके उनके कुछ ग्राहकों ने राज्य के परिवहन और बाल कल्याण विभागों में नौकरी भी हासिल की| पुलिस ने बताया कि अन्य लोगों ने निजी कंपनियों में नौकरी पाई, पासपोर्ट और अन्य सरकारी पहचान पत्र हासिल किए| नौकरी चयन प्रक्रिया के दौरान मार्क्स कार्ड की सत्यता की जांच करने के लिए आरोपी विभिन्न सरकारी विभागों से आने वाले सत्यापन कॉल का जवाब देते थे|

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यह रैकेट तब सामने आया जब पैलेस गुट्टहल्ली के एक व्यवसायी मिर्जा इनामुल्ला ने अपने भतीजे के लिए दूरस्थ शिक्षा पाठ्यक्रम के बारे में पूछताछ करने के लिए बनशंकरी में अपने कार्यालय में मौनीश से संपर्क किया| मौनीश ने उन्हें बिना किसी कक्षा या परीक्षा में शामिल हुए, कुछ पैसे देकर मार्क्स कार्ड देने की पेशकश की और यहां तक कि एसएसएलसी और पीयू प्रमाणपत्र की व्यवस्था करने की भी पेशकश की|

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इनामुल्लाह ने पुलिस को इसकी सूचना दी, जिसने अकादमी पर छापा मारा और पाया कि मौनीश अपने कार्यालय में अंक पत्र छाप रहा था और उन्हें राज्य के विभिन्न भागों में कार्यरत अपने सहयोगियों को वितरित कर रहा था|

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