सांसद कैप्टन बृजेश चौटा ने संसद में उठाया मेंगलूरु हवाई अड्डे के भूमि अधिग्रहण का मुद्दा
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| दक्षिण कन्नड़ (डीके) के सांसद कैप्टन बृजेश चौटा ने शुक्रवार को मेंगलूरु अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के लिए भूमि अधिग्रहण के संबंध में आ रही बाधाओं का मुद्दा उठाया, जो इसकी सुरक्षा और विस्तार में बाधा बन रही हैं|
संसद के शून्यकाल के दौरान सदन और नागरिक उड्डयन मंत्रालय का ध्यान आकर्षित करते हुए उन्होंने सरकार से मेंगलूरु शहर की ’उड़ान’ को सक्षम बनाने की हार्दिक अपील की| उन्होंने कहा मैं चाहता हूं कि हमारे केंद्रीय मंत्री अपने हस्तक्षेप के माध्यम से मेंगलूरु की ’उड़ान’ को सक्षम करें, एक ऐसा शहर जो ’विकास भी विरासत भी’ के विचार का प्रतीक है|
उन्होंने अपने भाषण में कहा मेंगलूरु हवाई अड्डे, जो एक निजी ऑपरेटर द्वारा संचालित है, ने रनवे के लिए सुरक्षा क्षेत्र प्रदान करने के लिए जिला प्रशासन से अतिरिक्त भूमि मांगी है, जिसने राज्य सरकार से पूछा है, जिसने भारतीय एएआई को लिखा है और भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए तैयार है| मैंने व्यक्तिगत रूप से नागरिक उड्डयन सचिव से मुलाकात की है, जिन्होंने भी इस पर सहमति व्यक्त की है| लेकिन अब यह यहीं अटक गया है| जबकि सभी एजेंसियाँ सैद्धांतिक रूप से और अपनी क्षमता और स्थान के अनुसार कहती हैं कि वे ऐसा करने के लिए तैयार हैं, लेकिन इसे सुगम बनाने के लिए कोई कार्रवाई शुरू नहीं की गई है|
अड़चन यह है कि एएआई की ओर से निजी ऑपरेटर या राज्य सरकार को कोई निर्देश नहीं दिया गया है| अगली कार्रवाई के बारे में किसी भी शामिल एजेंसी को सूचित नहीं किया गया है| उक्त हस्तक्षेप के महत्व और नौकरशाही की देरी के कारण मेंगलूरु हवाई अड्डे के विस्तार और सुरक्षा पर पड़ने वाले प्रभाव पर जोर देते हुए उन्होंने कहा यह समय की मांग है| केंद्रीय विमानन मंत्रालय हस्तक्षेप करे और सभी एजेंसियों के बीच बातचीत की सुविधा प्रदान करे और जल्द से जल्द भूमि अधिग्रहण को वास्तविकता बनाए|