रॉबर्ट वाड्रा से ईडी ने की सघन पूछताछ
हरियाणा जमीन घोटाले से जुड़ा मनी लॉन्ड्रिंग मामला
नई दिल्ली, 15 अप्रैल (एजेंसियां)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने व्यवसायी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा को भूमि सौदे से जुड़े धन शोधन मामले में मंगलवार को पूछताछ के लिए बुलाया। 56 साल के रॉबर्ट वाड्रा को इस मामले में पहली बार 8 अप्रैल को बुलाया गया था। वाड्रा के खिलाफ जांच हरियाणा के शिकोहपुर में एक भूमि सौदे से जुड़ी है।
प्रवर्तन निदेशालय ने मंगलवार को हरियाणा भूमि सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कारोबारी और वायनाड से कांग्रेस प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ की। वाड्रा ने एजेंसी के समन को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया। 56 साल के रॉबर्ट वाड्रा मध्य दिल्ली के सुजान सिंह पार्क स्थित अपने आवास से एपीजे अब्दुल कलाम रोड पर स्थित ईडी मुख्यालय तक दो किलोमीटर पैदल गए।
इससे पहले प्रवर्तन निदेशालय ने रॉबर्ट वाड्रा को जमीन सौदा मामले में दूसरी बार तलब किया था। समन के तहत वे मंगलवार सुबह ईडी दफ्तर पहुंचे थे। पहले ईडी ने उन्हें समन कर 8 अप्रैल को पेश होने को कहा था। हालांकि, तब वे पेश नहीं हो पाए थे। जांच एजेंसी ने धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत वाड्रा का बयान दर्ज किया। इससे पहले संघीय जांच एजेंसी ने एक अन्य धन शोधन मामले में वाड्रा से पूछताछ की थी।
ईडी ने मंगलवार को हरियाणा के शिकोहपुर भूमि सौदे से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में रॉबर्ट वाड्रा को समन भेजा। वाड्रा पहले समन पर उपस्थित नहीं हुए थे, जो 8 अप्रैल को जारी किया गया था। उन्हें पूछताछ के लिए ईडी के सामने उपस्थित होने के लिए कहा गया, क्योंकि केंद्रीय जांच एजेंसी उनकी फर्म स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी से संबंधित कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है। ईडी के मुताबिक, रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी ने फरवरी 2008 में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से गुड़गांव के शिकोहपुर में 3.5 एकड़ का प्लॉट 7.5 करोड़ रुपए में खरीदा था। उनकी कंपनी ने इसके बाद जमीन को रियल एस्टेट दिग्गज डीएलएफ को 58 करोड़ रुपए में बेच दिया।
ये मामला हरियाणा के शिकोहपुर जमीन डील से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग का है। 2018 में तौरू के रहने वाले सुरेंद्र शर्मा की शिकायत ये मामला दर्ज किया गया। वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने ये जमीन 2008 में खरीदी थी। करीब 3 एकड़ जमीन के लिए 7.5 करोड़ रुपए दिए थे। कुछ समय बाद हरियाणा के नगर नियोजन विभाग का नोटिफिकेशन जारी हुआ और 2.71 एकड़ जमीन पर एक कॉलोनी बसाने का प्लान आया। वाड्रा की कंपनी का डीएलएफ के साथ समझौता हुआ और 3 एकड़ की वह जमीन 58 करोड़ में डीएलएफ को बेचने का समझौता हुआ। इस सौदे में मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप रॉबर्ट वाड्रा पर लगा है। इसको लेकर ही ईडी पूछताछ कर रही है।