कित्तूर चेन्नम्मा समाधि को राष्ट्रीय स्मारक घोषित करें: मुख्यमंत्री
-प्रधानमंत्री को लिखा पत्र
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| मुख्यमंत्री सिद्धरामैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि रानी कित्तूर चेन्नम्मा की समाधि को प्राचीन स्मारक और ऐतिहासिक स्थल एवं अवशेष अधिनियम, १९५८ के तहत राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित किया जाए| कर्नाटक के बेलगावी जिले के बैलाहोंगला तालुक में वीर रानी कित्तूर चेन्नम्मा की समाधि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व रखती है| रानी चेन्नम्मा औपनिवेशिक शासन के खिलाफ सशस्त्र प्रतिरोध का नेतृत्व करने वाली पहली महिलाओं में से एक थीं|
पत्र में कहा गया है कि उनकी बहादुरी और अदम्य भावना पूरे देश में पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी| इस प्रतिष्ठित नायिका की समाधि केवल विश्राम स्थल नहीं है, बल्कि एक पवित्र स्थान है जो भारत के स्वतंत्रता संग्राम की अविनाशी भावना का प्रतीक है| मैं अनुरोध करता हूं कि इस स्थान को प्राचीन स्मारक और ऐतिहासिक स्थल एवं अवशेष अधिनियम, १९५८ के तहत राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित किया जाए| यह उनकी विरासत को संरक्षित करने और राष्ट्र के लिए उनके योगदान का सम्मान करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है| रानी चेन्नम्मा की समाधि स्थल का ऐतिहासिक महत्व है| हालांकि, इसे उचित संरक्षण और विकास की आवश्यकता है| मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप संस्कृति मंत्रालय और भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को इस पवित्र स्थल का मूल्यांकन करने और इसे राष्ट्रीय महत्व का स्मारक घोषित करने की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दें|