मोदी की वजह से पुतिन ने नहीं चलाए परमाणु हथियार
पोलैंड के उप विदेश मंत्री बार्टोस्जेवस्क का अहम बयान
मोदी की पहल के कारण बच गए लाखों निर्दोष
नई दिल्ली, 17 मार्च (एजेंसियां)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21वीं सदी के बड़े वैश्विक नेता (स्टेट्समैन) बन कर उभरे हैं। रूस और यूक्रेन के तीन वर्ष तक चले संघर्ष के बीच प्रधानमंत्री मोदी की पहल के चलते लाखों निर्दोष मारे जाने से बचे हैं। इस बात की पुष्टि रूस के पड़ोसी देश पोलैंड ने की है। पोलैंड के मंत्री ने कहा कि पीएम मोदी के चलते ही रूस ने संघर्ष के दौरान परमाणु हथियार नहीं इस्तेमाल किए।
एक प्रमुख समाचार चैनल सीएनएन-न्यूज18 को दिए इंटरव्यू में पोलैंड के उप विदेश मंत्री व्लाडिसलाव टेओफिल बार्टोस्जेवस्क ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी की वारसॉ यात्रा बहुत सफल रही। प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन को परमाणु हथियारों का इस्तेमाल ना करने के लिए राजी किया। हम स्थायी शांति चाहते हैं। हम यूक्रेन में स्थिरता और शांति बहाली चाहते हैं। मंत्री बार्टोस्जेवस्क वर्तमान में भारत की यात्रा पर हैं। याद रहे कि यूक्रेन-रूस संघर्ष के बीच स्थितियां काफी बिगड़ गईं थी और डर था राष्ट्रपति पुतिन परमाणु हथियार भी उपयोग कर सकते हैं। उन्होंने परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) लॉन्च करने की पूरी तैयारी कर ली थी। यह मिसाइल काफी घातक होती हैं और हजारों किलोमीटर तक हमला करने में सक्षम होती हैं।
इसके बाद परमाणु हमले का खतरा बढ़ गया था। इस संदर्भ का जिक्र करते हुए पोलैंड के मंत्री ने पीएम मोदी की रूस, यूक्रेन और पोलैंड यात्रा के विषय में बात की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 21-22 अगस्त को पोलैंड के दौरे पर गए थे। पीएम मोदी का यह दौरा रूस-यूक्रेन संघर्ष की दृष्टि से अहम था। इस दौरान पीएम मोदी यूक्रेन भी गए थे। पीएम मोदी इससे पहले जुलाई 2024 में रूस गए थे। वे राष्ट्रपति पुतिन से मिले थे। इन दोनों बैठकों में पीएम मोदी ने दोनों नेताओं को शांति का प्रयास करने के लिए मनाया था। इस विषय में हाल ही में पीएम मोदी ने इस पहल की आधिकारिक जानकारी सार्वजनिक की है।
लेक्स फ्रीडमैन के साथ पॉडकास्ट में भी पीएम मोदी ने इस विषय में बताया। उन्होंने कहा, रूस और यूक्रेन दोनों से ही मेरे घनिष्ठ संबंध हैं। मैं राष्ट्रपति पुतिन के साथ बैठकर कह सकता हूं कि यह युद्ध का दौर नहीं है, और मैं राष्ट्रपति जेलेंस्की से दोस्ताना तरीके से कह सकता हूं कि भाई, दुनिया में चाहे जितने लोग आपके साथ हों, समाधान कभी भी युद्ध के मैदान से नहीं निकलेगा।
इन सबसे पहले हाल ही में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पीएम मोदी को धन्यवाद दिया है। राष्ट्रपति पुतिन ने यह रूस और यूक्रेन के बीच शांति लाने के प्रयास करने के लिए किया था। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा था कि पीएम मोदी ने अपना काफी समय इस मुद्दे पर दिया है। उन्होंने कहा था कि पीएम मोदी ने यह प्रयास महान उद्देश्य के लिए किया है। गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान भारत जैसे कुछ ही देश थे जो दोनों युद्धरत देशों से बात कर रहे थे और जिनके दोनों से संबंध थे। भारत ने रूस और यूक्रेन, दोनों को इस दौरान सहायता भी भेजी थी।