दाऊदी बोहरा मुस्लिमों ने किया वक्फ कानून का समर्थन

पीएम मोदी से मिल कर बोले, इससे मुस्लिमों को होगा फायदा

दाऊदी बोहरा मुस्लिमों ने किया वक्फ कानून का समर्थन

नई दिल्ली, 18 अप्रैल (एजेंसियां)। दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय ने वक्फ संशोधन कानून का समर्थन किया है और इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रिया कहा है। दाऊदी बोहरा शिया मुस्लिम समुदाय का मानना है कि नया वक्फ कानून सबका साथसबका विकाससबका विश्वास के सिद्धांत पर आधारित है। गुरुवार 17 अप्रैल को दाऊदी बोहरा समुदाय के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और उन्हें 2025 के नए वक्फ (संशोधन) कानून के लिए धन्यवाद दिया। दाऊदी बोहरा के प्रतिनिधिमंडल से एक सदस्य ने कहा कि समुदाय की यह मांग लंबे समय से लंबित थीजिसे पीएम मोदी ने नए वक्फ कानून के साथ पूरा किया। दाऊदी बोहरा एक मुस्लिम समुदाय हैजो पश्चिम भारत में रहते हैं। दाऊदी बोहरा की वैश्विक उपस्थिति 40 से अधिक देशों में है। दाऊदी बोहरा का ऐतिहासिक संबंध मिस्र के फातिमी इमामों से माना जाता हैजो मिस्र से हैं। यह अहल-अल-बैत यानी पैगंबर मुहम्मद के वंशज माने जाते हैं।

दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय ने प्रधानमंत्री के सबका साथसबका विकाससबका विश्वास के सिद्धांत पर भरोसा भी जताया। बैठक के दौरान पीएम मोदी के साथ केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री किरेन रिजिजू भी शामिल थे। बैठक के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि यह वक्फ कानून रातों-रात नहीं बना। वक्फ कानून की बारीकियों को समझने के लिए 5 साल दिए गए। वक्फ को लेकर 1700 से ज्यादा शिकायत करने वालों में अधिकतर मुस्लिम महिलाएं शामिल थी। वक्फ के नाम पर मजबूर और लाचार गरीबों की सम्पत्तियों पर कब्जा किया जा रहा था।

प्रधानमंत्री मोदी के आवास पर दाऊदी बोहरा मुस्लिम समुदाय के प्रतिनिधिमंडल के साथ बातचीत में व्यापारिक नेतापेशेवरडॉक्टरशिक्षक और दाऊदी बोहरा समुदाय के कई प्रमुख प्रतिनिधि शामिल थे। उन्होंने अपने संघर्षों के बारे में बताया। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि किस तरह उनके समुदाय के सदस्यों की सम्पत्तियों पर वक्फ द्वारा गलत तरीके से दावा किया गया। वक्फ संशोधन अधिनियम लाने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया और कहा कि यह काफी समय से लंबित मांग थी।

प्रतिनिधिमंडल ने दाऊदी बोहरा समुदाय के साथ प्रधानमंत्री के लंबे समय से चले आ रहे विशेष संबंध और उनके द्वारा किए गए सकारात्मक कार्यों के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि वक्फ संशोधन कानून से उनके समुदाय को काफी लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री ने यह अधिनियम न केवल अल्पसंख्यकों के लिए बल्कि अल्पसंख्यकों के भीतर अल्पसंख्यकों के लिए लाए हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने हमेशा उनकी पहचान को पनपने दिया हैप्रधानमंत्री के नेतृत्व मेंवे समावेश की भावना महसूस करते हैं।

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प्रधानमंत्री ने वक्फ संशोधन अधिनियम को लाने के पीछे वर्षों की मेहनत के बारे में बताया। उन्होंने वक्फ के कारण लोगों को होने वाली कठिनाइयों के बारे में बताया और कहा कि इस अधिनियम को लाने के पीछे एक प्रमुख कारण यह था कि प्रचलित व्यवस्था से सबसे अधिक पीड़ित महिलाएंविशेषकर विधवाएं थीं। प्रधानमंत्री ने दाऊदी बोहरा समुदाय के सदस्यों के साथ अपने मजबूत संबंधों को याद किया। उन्होंने सामाजिक कल्याण की दिशा में काम करने की समुदाय की परंपरा की प्रशंसा कीजिसे उन्होंने वर्षों से देखा है। उन्होंने अधिनियम को लाने में समुदाय के विशेष योगदान को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि जब वक्फ संशोधन अधिनियम लाने की दिशा में काम शुरू हुआतो सबसे पहले जिन लोगों से उन्होंने इस बारे में चर्चा कीउनमें से एक सैयदना मुफद्दल सैफुद्दीन थेजिन्होंने अधिनियम की विभिन्न बारीकियों के बारे में विस्तृत टिप्पणी देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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