वक्फ सम्पत्ति बता कर कब्रिस्तान की जमीन पर किया कब्जा
एफआईआर दर्ज होते ही आरोपी फरार
बरेली, 18 अप्रैल (एजेंसियां)। बरेली के सीबीगंज क्षेत्र में कब्रिस्तान की सरकारी भूमि को वक्फ सम्पत्ति बताकर कब्जा करने का आरोपी एफआईआर दर्ज होने के बाद से फरार है। पुलिस आरोपी सब्जे अली की तलाश कर रही है। प्रशासन की मदद से पुलिस उसकी सम्पत्ति जब्त कर सकती है। सीबीगंज के एक मामले में शिकायत पर एसएसपी ने जांच कराई तो पता लगा कि गांव सरनिया के अभिलेखों में कब्रिस्तान के नाम दर्ज सरकारी भूमि को सब्जे अली ने फर्जी ट्रस्ट बनाकर वक्फ में पंजीकृत करवाकर कब्जा कर लिया है। पुत्तन शाह ने मामले की शिकायत दर्ज कराई थी।
पुत्तन शाह ने कानूनी लड़ाई लड़ी तो दो साल पहले कोर्ट ने भूमि को कब्जामुक्त कराने का आदेश जारी कर दिया। कोर्ट के आदेश को भी सब्जे अली दबाए बैठा रहा। एसएसपी के हस्तक्षेप पर बुधवार को पुत्तन शाह ने 11 लोगों पर धोखाधड़ी, फर्जी कागजात बनाने व मारपीट की रिपोर्ट कराई। बृहस्पतिवार को इंस्पेक्टर सुरेश चंद्र गौतम ने मौके पर टीम भेजकर जांच कराई तो पता लगा कि सब्जे अली व उसके परिजन घर में ताला डालकर भाग गए हैं। भूमि को कब्जामुक्त कराने की प्रक्रिया भी जल्द शुरू करने की तैयारी है।
गांव सरनिया निवासी पुत्तन शाह के मुताबिक गांव में ही एक बेशकीमती जमीन खतौनी में कब्रिस्तान के नाम दर्ज है। यह सरकारी जमीन है। उन्होंने बताया कि गांव के ही सब्जे अली ने सैयद हामिद हसन नाम के एक व्यक्ति को फकीर बनाकर कब्रिस्तान के कुछ हिस्से की जमीन पर बैठा दिया। फिर उससे झाड़-फूंक कराकर लोगों को बरगलाने लगा। आरोपी उससे होने वाली आमदनी में अपना हिस्सा लेने लगा। हामिद हसन की मौत के उसके शव को वहीं कब्र खुदवाकर दफन करा दिया। फिर उस जमीन के साथ ही कब्रिस्तान के कुछ हिस्से की करीब तीन बीघा जमीन पर कब्जा करने की नियत से मजार का निर्माण कराने लगा था।
आरोपी ने फर्जी कागजात तैयार कर फकीर सैयद हामिद हसन दरगाह चैरिटेबिल ट्रस्ट के नाम से न्यास पत्र उपनिबंधक सदर द्वितीय के कार्यालय में 24 नवंबर वर्ष 2020 को पंजीकृत करा लिया। इसके बाद अवैध रूप से कब्जा की गई जमीन पर खुद को ट्रस्टी नामित कर ट्रस्ट में अपने ही परिजनों को शामिल कर लिया। आरोपी ने सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड लखनऊ में इस सम्पत्ति को पंजीकृत करा दिया। इसे अपनी जमीन बताते हुए खुद इसका अध्यक्ष बन गया। पुत्तन शाह ने 12 फरवरी वर्ष 2021 में सब्जे अली ने पुत्तन शाह के विरुद्ध ही कोर्ट में एक वाद डाल दिया। पुत्तन ने कानूनी लड़ाई लड़ी तो कोर्ट ने सब्जे अली के कब्जे को अवैध पाया।