कारों की ब्रिकी में यूपी ने बनाया रिकॉर्ड
4.43 लाख कारों की बिक्री, यूपी दूसरे स्थान पर
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लखनऊ, 09 अप्रैल (एजेंसियां)। यूपी में कारों की बिक्री तेजी के साथ बढ़ी है। पिछले वित्त वर्ष के दौरान प्रदेश 4.43 लाख कारों की बिक्री के साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गया। वहीं, महाराष्ट्र 4.68 लाख कार बेचकर पहले स्थान पर रहा। कारों की बिक्री की रेस में उत्तर प्रदेश ने नया रिकॉर्ड बनाया है। पिछले वित्त वर्ष के दौरान प्रदेश 4.43 लाख कारों की बिक्री के साथ दूसरे स्थान पर पहुंच गया। वहीं, महाराष्ट्र 4.68 लाख कार बेचकर पहले स्थान पर रहा। गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, कर्नाटक और तमिलनाडु उत्तर प्रदेश से बहुत पीछे छूट गए हैं।
ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का मानना है कि प्रदेश में प्रति व्यक्ति आय बढ़ने और आर्थिक गतिविधियों में तेजी की वजह से कार खरीदने वालों की संख्या बढ़ी है। यही रफ्तार रही तो प्रदेश इस साल कार बिक्री के मामले में देश में पहले नंबर पर पहुंच जाएगा। एक साल में पांच लाख कारों की बिक्री की दहलीज पर खड़े उत्तर प्रदेश ने ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को हैरान कर दिया है। प्रदेश महाराष्ट्र से महज 25 हजार कार पीछे है। पश्चिम बंगाल इस मामले में शीर्ष 10 राज्यों की सूची से बाहर हो गया है। पिछले तीन साल में यूपी ने कारों की बिक्री में वृद्धि दर्ज की है। वर्ष 2023-24 में 3.96 लाख, तो वर्ष 2022-23 में 3.49 लाख कारें बिकी थीं।
ई-वाहन सेक्टर में पिछले तीन वर्ष में सबसे तेज वृद्धि देखी गई है। प्रदेश में वर्ष 2022 में 1.62 लाख ई वाहन बिके थे, जो 2023 में 2.78 लाख हो गए। वर्ष 2024 में 3.02 लाख ई वाहन बिक गए। तीन वर्ष में ही करीब 100 फीसदी वृद्धि के साथ ये सेक्टर सबसे आगे निकल गया है। इस अवधि में पेट्रोल वाहनों की बिक्री करीब नौ और डीजल वाहनों की करीब 5 फीसदी बढ़ी है। वहीं, बीते दो वर्ष में सीएनजी वाहन खरीदने वाले 57 हजार से 37 हजार रह गए हैं। हालांकि, पेट्रोल वाहनों की बिक्री में करीब 10 फीसदी तेजी आई है। दोपहिया वाहनों की मांग पिछले तीन वर्ष में करीब 15 फीसदी बढ़ी है।