कर्नाटक में केवल २९ प्रतिशत वाहन एचएसआरपी से लैस
-समय सीमा बढ़ने की संभावना
बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| हाई-सिक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट (एचएसआरपी) लगाने की ३१ मार्च की समयसीमा पूरी हो गई है, लेकिन कर्नाटक में करीब २ करोड़ वाहनों में से सिर्फ २९ प्रतिशत में ही ये प्लेट लगाई गई हैं| धीमी प्रगति को देखते हुए, समयसीमा एक बार फिर बढ़ाए जाने की संभावना है| अगस्त २०२३ में, राज्य सरकार ने १ अप्रैल, २०१९ से पहले पंजीकृत वाहनों पर एचएसआरपी लगाने को अनिवार्य करने संबंधी अधिसूचना जारी की थी| नई प्लेटें वाहन सुरक्षा बढ़ाने, चोरी और दुरुपयोग को रोकने और कानून प्रवर्तन में सुधार के लिए शुरू की गई थीं| खराब प्रतिक्रिया के कारण, २०२३ से समयसीमा कई बार बढ़ाई गई है, जिसमें वर्तमान कट-ऑफ ३१ मार्च निर्धारित की गई है|
राज्य परिवहन विभाग के अनुसार, कर्नाटक में करीब २ करोड़ वाहनों में एचएसआरपी लगाने की आवश्यकता है, लेकिन अभी तक केवल ५८ लाख वाहनों ने ही इसका अनुपालन किया है| परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने मीडिया को बताया कि बार-बार विस्तार के बावजूद, स्थापना के लिए जनता की प्रतिक्रिया कम रही है| अधिकारी ने कहा पिछले साल की शुरुआत में हमने घोषणा की थी कि आगे कोई विस्तार नहीं दिया जाएगा और गैर-अनुपालन के परिणामस्वरूप दंड लगाया जाएगा|
इसने कई वाहन मालिकों को एचएसआरपी बुक करने और स्थापित करने के लिए प्रेरित किया| हालांकि, राज्य में एचएसआरपी कार्यान्वयन को चुनौती देने वाली कानूनी कार्यवाही ने प्रवर्तन उपायों में देरी की| अधिकारी ने कहा चूंकि मामला न्यायालय में विचाराधीन था, इसलिए हमें यथास्थिति बनाए रखनी पड़ी और सख्त कार्रवाई से बचना पड़ा| वर्तमान स्थिति को देखते हुए, समय सीमा बढ़ाना ही एकमात्र व्यवहार्य विकल्प प्रतीत होता है|