सीएम के सचिव के भाई समेत आठ को उम्र कैद
भाजपा नेता पर बम मारा, फिर कुल्हाड़ी से काट डाला
सीपीएम छोड़ कर भाजपा में शामिल होने पर दी थी सजा
कन्नूर, 25 मार्च (एजेंसियां)। केरल में भाजपा कार्यकर्ता सूरज की हत्या के मामले में केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन के प्रेस सचिव के भाई समेत आठ लोगों को उम्र कैद की सजा दी गई है। भाजपा कार्यकर्ता एलाम्बिलई सूरज की केरल के कन्नूर में 7 अगस्त 2005 को निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस मामले में कन्नूर की थालासरी जिला सत्र न्यायालय ने सत्ताधारी वामपंथी दल के 9 कार्यकर्ताओं को दोषी माना है। इनमें से 8 को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है।
आजीवन कारावास के साथ ही इन सभी 8 लोगों पर 50-50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। इसके अलावा एक अन्य दोषी को तीन साल की सश्रम कारावास की सजा सुनाई गई है। साथ ही 25 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया है। उम्र कैद की सजा पाने वालों में मनोज नारायण भी शामिल है। वह केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन के प्रेस सचिव पीएम मनोज का भाई है। एक अन्य दोषी टीके राजेश 2012 में हुई टीपी चंद्रशेखरन की हत्या के आरोप में पहले से ही जेल में है।
इसके अलावा ईवी योगेश, के शामजिथ, नेयोथ सजीवन, प्रभाकरन, केवी पद्मनाभन, राधाकृष्णन और पुथियापुरइल प्रदीपन को भी उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। इन सबकी उम्र 45 से 70 के बीच है। वहीं, नागाथनकोटा प्रकाशन को इस मामले में गवाह के मुकरने के कारण बरी कर दिया गया है। गौरतलब है कि सीपीएम छोड़कर सूरज भाजपा में शामिल हो गए थे। इसके बाद राजनीतिक दुश्मनी के चलते 7 अगस्त 2005 को उनकी हत्या कर दी गई। राजेश, योगेश, शामजिथ, सजीवन और प्रभाकरन को उनकी हत्या का दोषी पाया गया है। वहीं पद्मनाभन, राधाकृष्णन, प्रकाशन को हत्या की साजिश रचने और प्रदीपन को आरोपितों को भगाने और अंडरग्राउंड करने के जुर्म में सजा दी गई है।
हत्या से छह माह पहले भी सूरज पर हमला हुआ था। इसमें उनके पैर में गंभीर चोटें आई थी और कई महीनों तक उन्हें बेड रेस्ट और मेडिकल केयर की जरूरत पड़ी थी। ठीक होने के बाद दोबारा हमला कर उनकी हत्या कर दी गई। 7 अगस्त 2025 की सुबह मुजप्पिलंगड टेलीफोन एक्सचेंज के सामने कुछ लोग एक ऑटोरिक्शा से उतरे। उन्होंने पहले सूरज पर बम फेंका और फिर कुल्हाड़ी और धारदार हथियारों से उन्हें मार डाला।