अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर ध्यान दे बांग्लादेश
भारत सरकार ने बांग्लादेश को दी सख्त हिदायत
नई दिल्ली, 18 अप्रैल (एजेंसियां)। भारत सरकार ने बांग्लादेश में अल्पसंख्यक हिंदुओं, बौद्धों और अन्य धर्मावलंबियों की सुरक्षा पर ध्यान देने की सख्त हिदायत दी है। भारत ने कहा है कि बांग्लादेश सरकार अपने देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की चिंता करे और अन्य देशों के आंतरिक मामलों में घुसने की आदत छोड़ दे। पश्चिम बंगाल की हिंसा पर टिप्पणी करने वाले बांग्लादेश को आड़े हाथों लेते हुए भारत सरकार ने कहा, पड़ोसी देश को अपने देश में रहने वाले अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर ध्यान देने की जरूरत है। हम पश्चिम बंगाल की घटनाओं के संबंध में बांग्लादेश की ओर से की गई टिप्पणियों को अस्वीकार करते हैं। ऐसी टिप्पणी बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न पर भारत की चिंताओं का समाधान करने के बजाय हिंसा की घटनाओं के साथ समानता दिखाने का छिपा हुआ और धूर्त प्रयास है।
भारत ने बांग्लादेश को आइना दिखाते हुए कहा कि वहां हिंसा जैसे कृत्यों में संलिप्त अपराधी खुलेआम घूमते रहते हैं। पड़ोसी देश को भारत के मामलों में अनुचित टिप्पणी करने के बजाय बांग्लादेश में रहने वाले अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। गौरतलब है कि एक दिन पहले ही विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने भारत और बांग्लादेश संबंधों से जुड़े एक सवाल पर कहा था कि, भारत बांग्लादेश के साथ सकारात्मक और रचनात्मक संबंध बनाने की उम्मीद करता है। हम एक लोकतांत्रिक, समावेशी बांग्लादेश के पक्ष में हैं। बता दें कि तल्ख होते रिश्तों के कारण पिछले सप्ताह भारत ने बांग्लादेश को मध्य पूर्व, यूरोप और अन्य देशों के लिए अपने बंदरगाहों और हवाई अड्डों के माध्यम से दी जाने वाली ट्रांसशिपमेंट सुविधा वापस लेने की घोषणा की थी।