पैकेज्ड पानी खरीदते समय सावधानी बरतें: स्वास्थ्य मंत्री

पैकेज्ड पानी खरीदते समय सावधानी बरतें: स्वास्थ्य मंत्री

बेंगलूरु/शुभ लाभ ब्यूरो| स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडू राव ने उपभोक्ताओं को राज्य में असुरक्षित पैकेज्ड मिनरल वाटर बोतलों की व्यापक उपलब्धता के बारे में आगाह किया है और उन्हें खरीदते समय अधिक सतर्कता बरतने का आह्वान किया है| यहां एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए मंत्री ने कहा कि बाजार में वर्तमान में मौजूद कई पैकेज्ड वाटर ब्रांड सुरक्षा परीक्षणों में विफल रहे हैं, जिससे गंभीर चिंताएँ पैदा हुई हैं| 

उन्होंने कहा हालांकि पैकेज्ड वाटर हर जगह विभिन्न ब्रांड नामों के तहत उपलब्ध है, लेकिन कई परीक्षण किए जाने पर आवश्यक सुरक्षा मानकों को पूरा नहीं करते हैं| उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग पैकेज्ड वाटर के सभी ब्रांडों से व्यवस्थित रूप से कानूनी नमूने एकत्र कर रहा है, ताकि जहाँ आवश्यक हो, वहाँ कानूनी कार्रवाई की जा सके| उन्होंने कहा एक बार परीक्षण पूरा हो जाने के बाद, मानदंडों का उल्लंघन करने वाली कंपनियों के खिलाफ उचित कदम उठाए जाएँगे| खतरों पर प्रकाश डालते हुए, मंत्री राव ने कहा कि जहाँ कुछ घटिया नमूनों में केवल आवश्यक खनिजों की कमी थी, वहीं अन्य हानिकारक रसायनों और बैक्टीरिया से दूषित पाए गए, जिससे स्वास्थ्य को काफी खतरा है| मंत्री ने आगे बताया कि खाद्य सुरक्षा और औषधि प्रशासन आयुक्त के कार्यालय ने कर्नाटक सरकार के खाद्य सुरक्षा प्रभाग के साथ मिलकर निगरानी और प्रवर्तन प्रयासों को तेज कर दिया है| फरवरी २०२५ में चलाए गए विशेष अभियान के तहत जांच के लिए पैकेज्ड ड्रिंकिंग वाटर के २९६ नमूने एकत्र किए गए| अब तक विश्लेषण किए गए २५५ नमूनों में से ७२ सुरक्षित, ९५ असुरक्षित और ८८ घटिया पाए गए| शेष नमूनों का विश्लेषण जारी है| अन्य खाद्य उत्पादों पर भी इसी तरह की जांच की गई| तली हुई हरी मटर के मामले में कृत्रिम रंग का पता लगाने के लिए ११५ नमूने एकत्र किए गए| इनमें से ४६ नमूने सुरक्षित पाए गए, जबकि ६९ असुरक्षित पाए गए| विभाग ने घी के ४९ नमूनों की भी जांच की, जिनमें से छह नमूने सुरक्षित पाए गए|

शेष अभी भी विश्लेषण के अधीन हैं| खोवा के ४३ नमूनों में से नौ का परीक्षण किया गया, जिसके परिणामस्वरूप तीन घटिया पाए गए और छह नमूनों को सुरक्षित माना गया| पनीर के २३१ नमूनों में से ३२ का विश्लेषण किया गया, जिसमें दो नमूने असुरक्षित पाए गए| मिठाइयों की जांच में १९८ में से दो असुरक्षित पाए गए| खारा (नमकीन) मिश्रण के ११९ नमूनों में से चार असुरक्षित पाए गए|

पेय पदार्थों के मामले में विभाग ने गुणवत्ता जांच के लिए ४६ स्थानीय जूस ब्रांड, ३९ आइस कैंडी निर्माता और १०७ आइसक्रीम उत्पादकों से नमूने एकत्र किए| मंत्री राव ने यह भी बताया कि जूस, आइस कैंडी और आइसक्रीम इकाइयों सहित ९२ खाद्य उत्पादन और बिक्री इकाइयों के निरीक्षण के बाद उल्लंघन के लिए नोटिस जारी किए गए| इसके अलावा, छह इकाइयों पर कुल ३८,००० रुपये का जुर्माना लगाया गया| उन्होंने कहा कि विभाग अपनी सतर्कता के प्रयास जारी रखे हुए है और लंबित विश्लेषण परिणामों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी|

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